तिरंगा यात्रा आईटीआई क्रिकेट ग्राउंड से निकली और आईटीआई कैंपस में पहुंचकर एक सभा में तब्दील हो गई। यात्रा में केआरपुरम के विधायक बैरती बसवराज, श्रम सचिव एम.सत्यवती, केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त विजय कुमार सहित लगभग 1000 लोगों ने में भाग लिया।
इस अवसर पर बंडारू दत्तात्रेय ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन को याद करते हुए कहा कि उस आंदोलन ने देश को आजादी दिलाई। अब गरीबी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, सांप्रदायिकता और जातिवाद से मुक्त भारत के लिए एक नए आंदोलन की जरूरत है। अगर ये तमाम बुराइयां दूर कर पाएं तो एक नया स्वच्छ भारत देख पाएंगे।
2022 तक सबके सिर पर होगी छत
बंडारू दत्तात्रेय ने यहां मंगलवार को ही केआरपुरम स्थित आईटीआई परिसर में ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय का उद्घाटन भी किया। कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि केंद्र सरकार ने आवासहीन परिवारों को छत मुहैया कराने का लक्ष्य रखा है और 2022 तक इसे हासिल किया जाएगा। इसके लिए समुचित कार्य योजना लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग के भविष्य निधि संगठन के सभी सदस्यों को सेवानिवृत्ति से पहले खुद का मकान उपलब्ध करवाने का भी संकल्प किया गया है और केंद्र सरकार इस दिशा में कारगर कदम उठा रही है।
एक करोड़ नए सदस्य ईपीएफ से जुड़े
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में 13 लाख और देश में एक करोड़ सदस्यों का पंजीयन किया गया है। कर्नाटक में भविष्य निधि संगठन के 17 क्षेेत्रीय कार्यालय हैं और इनमें से 5 के अपने खुद के भवन हैं। बल्लारी तथा रायचूर में भी जल्द ही कार्यालय खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि कार्मिक भविष्य निधि संगठन के 5 करोड़ सदस्यों के साथ यह विश्व का सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है। हमारा आवर्ती कोष 10.50 लाख करोड़ है और हम आनलाइन सेवाओं के सरलीकरण पर विशेष बल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अंग्रेजों भारत छोड़ों का नारा दिया था और आज हमें भ्रष्टाचार, जातिवाद तथा सांप्रदायिकता भारत छोड़ों का नारा बुलंद करने की आवश्यकता है।
एकीकृत कानून बनाने में हो रही देर
बंडारू ने कहा कि केन्द्र सरकार देश के विभिन्न श्रम कानूनों को चार नए कोड्स में मिलाने को अंतिम रूप देने में लगी है। केंद्रीय स्तर पर 44 श्रम कानून हैं और इन्हें 4 श्रम संहिताओं कोड ऑन वेजेज, कोड ऑन इंडस्ट्रियल रिलेशंस, कोड ऑन सोशल सिक्यूरिटी तथा कोड ऑन वर्किंग कंडीशन में मिला दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का मकसद श्रमिकों की रोजगार सुरक्षा, मजदूरी सुरक्षा, कार्मिक वर्ग की सामाजिक सुरक्षा की रक्षा करना है।
रोजगार सृजन को उच्च प्राथमिकता दी जा रही है और इसके लिए हमने रचनात्मक माहौल तैयार किया है। इस दिसा में अनेक पहल की गई हैं। केन्द्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि जनता को भ्रष्टाचार, जातिवाद, सांप्रदायिकता तथा आतंकवाद जैसी बुराइयां खत्म करने का संकल्प लेने की जरूरत है।