आशा कार्यकर्ता राजीवी को गुरुवार आधी रात के बाद स्थानीय लोगों ने फोन कर बताया कि एक गर्भवती की हालत ठीक नहीं है और उसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है। मामले की गंभीरता समझते हुए राजीवी खुद ऑटो चलाकर महिला के घर पहुंची और यहां से उसे ऑटो में ही अस्पताल ले गई। राजीवी के पास खुद का ऑटो है जिसका इस्तेमाल वह निजी व आर्थिक जरूरतों के लिए करती है। पर्णनकिला ग्राम पंचायत के लिए वह स्वच्छ भारत मिशन की राजदूत भी है।