टूर ऑपरेटरों का कहना है कि 60 फीसदी पर्यटक महाराष्ट्र से आते हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक हर वर्ष केरल से भी आते हैं। सुपा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण काली नदी गर्मियों में भी बहती है, इसलिए भारत के विभिन्न हिस्सों से राफ्टिंग के शौकीन पर्यटक यहां आते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद जब स्थिति सामान्य होने लगी तो पर्यटन गतिविधियों में तेजी आई। धीरे-धीरे पर्यटक भी आने शुरू हुए। लेकिन अब पर्यटन उद्योग फिर से अनिश्चितता का सामना कर रहा है। फिलहाल केवल सप्ताहांत पर कर्नाटक के पर्यटक ही आ रहे हैं।
एक अन्य टूर ऑपरेटर ने बताया कि कोविड नियंत्रण मानदंडों का पालन करने और पर्यटकों को महामारी के दौरान सुरक्षित महसूस कराने के लिए होमस्टे और रिसॉट्र्स को भारी निवेश करना पड़ा है।