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किन्नरों ने पेश की आत्मनिर्भरता की मिसाल

locationबैंगलोरPublished: Jun 10, 2020 09:57:58 pm

Submitted by:

Sanjay Kulkarni

महिला एवं बाल विकास विभाग ने 2 लाख रुपए का ऋण दिया

किन्नरों ने पेश की आत्मनिर्भरता की मिसाल

किन्नरों ने पेश की आत्मनिर्भरता की मिसाल

बल्लारी. जिले के होसपेटे में 12 किन्नरों ने मूंगफली की चिक्की बनाने की इकाई लगाकर आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश की है। इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने 2 लाख रुपए का ऋण दिया है।यह मूंगफली की चिक्की विभाग पौष्टिक आहार के रूप में होसपेटे तहसील के सभी 385 आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों को वितरित करता है। इकाई खोलने से पहले ही सभी को मूंगफली की चिक्की बनाने का 15 दिन का प्रशिक्षण दिया गया था।
अभी इसमें प्रति दिन 4 हजार मूंगफली की चिक्कियां तैयार की जा रही है।महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से तहसील के 385 आंगनवाडी केंद्र के बच्चों को 11 ग्राम तथा गर्भवती महिलाओं को 15 ग्राम मूंगफली की चिक्की दी जाती है। आंगनवाडी केंद्रों में वितरण के लिए प्रति माह 7 लाख मंूंगफली चिक्कियों की आवश्यकता है।इस मांग को पूरा करने के लिए और भी इकाइयां स्थापित हो सकती है।
जिलाधिकारी एसएस नकुल के अनुसार होसपेटे तहसील में 300 से अधिक किन्नर हंै। इस योजना के लिए 12 किन्नरों का चयन किया गया है। किन्नरों ने ‘सवदत्ती यलम्मा किन्नर स्वसहायता संघÓ स्थापित किया है। किन्नरों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए ऐसी योजनाओं का सभी तहसीलों में विस्तार किया जाएगा। अधिकतर किन्नर जीवन निर्वहन के लिए चौराहों पर भीख मांगते नजर आते हैं। उन्हें आत्मनिर्भर करने के लिए जिला प्रशासन विभिन्न योजनाएं बना रहा है।
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