इससे ऑक्सीजन की आपूर्ति भी मुश्किल होती जा रही है। लेकिन ऑक्सीजन व उपकरणों से लैस बसें अस्पतालों के पास खड़ी हों, तो मरीज तुरंत वहां आकर आराम कर सकेंगे और ऑक्सीजन ले सकेंगे। इस तरह के प्रयोग बेंगलूरु में पहले ही सफल हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि यदि स्वयंसेवक स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ऑक्सीजन आपूर्ति उपकरण प्रदान करते हैं, तो हमारे परिवहन निगमों द्वारा बस और ड्राइवर नि:शुल्क उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यदि स्वयंसेवक स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ऑक्सीजन आपूर्ति उपकरण प्रदान करते हैं, तो हमारे परिवहन निगमों द्वारा बस और ड्राइवर नि:शुल्क उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जाएगी।
निगमों को आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश सवदी ने कहा कि चार परिवहन निगमों को पहले ही मांगों को पूरा करने के लिए एसी बसें उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। जरूरतमंद लोग संबंधित जिलों के परिवहन निगमों के अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।
हैदराबाद में एक सेवा प्रदाता हमारे परिवहन निगमों के सहयोग से ऑक्सीजन बसों की एक विस्तृत शृंखला शुरू करने के लिए आगे आया है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर से चर्चा की गई है। यदि इसे लागू किया जाता है, तो राज्य भर में अधिकाशं लोग नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे।