परिजनों की तरह करें मरीजों का उपचार : डॉ. सुधाकर
- सरकारी अस्पतालों की सेवा को लोग अब भी बेहतर नहीं समझते। इस धारणा को बदलने के लिए चिकित्सकों को समर्पण के साथ सेवा देनी होगी। मरीजों का उपचार परिजनों की तरह करना होगा।

बेंगलूरु. स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा कि अगर चिकित्सक अपने परिजनों की तरह मरीजों का इलाज करते हैं, तो स्वास्थ्य सेवा आम आदमी की उम्मीदों पर खरी उतरेगी।
बेंगलूरु मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के स्नातक दिवस समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में लगभग तीन लाख कर्मचारी कार्यरत हैं। लेकिन सरकारी अस्पतालों की सेवा को लोग अब भी बेहतर नहीं समझते। इस धारणा को बदलने के लिए चिकित्सकों को समर्पण के साथ सेवा देनी होगी। मरीजों का उपचार परिजनों की तरह करना होगा। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में चिकित्सकों व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका अहम रही है।
मंत्री ने कहा कि 70 फीसदी से अधिक जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। 20 से 25 फीसदी स्वास्थ्य सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। प्रदेश सरकार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाने की दिशा में कार्यरत है। केंद्र सरकार ने अपने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 2.3 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए हैं जो पिछले वर्ष की तुलना में 13 फीसदी ज्यादा है। युवा चिकित्सा पेशेवरों को ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने बताया कि आगामी राज्य के बजट में सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को प्राथमिकता देगी। तभी आरोग्य कर्नाटक के निर्माण का सपना साकार हो सकेगा। गर्व की बात है कि 10 महीने के अंदर भारत कोविड वैक्सीन बनाने में सफल रहा। प्रदेश में अब तक करीब पांच लाख स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स की टीकाकरण हुआ है।
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