खाद्य और आपूर्ति मंत्री उमेश कत्ती ने बेलगावी में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के लिए) कार्ड रखने को लेकर कुछ मापदंड हैं। उनके पास पांच एकड़ से ज्यादा जमीन, मोटर साइकिल, टीवी या फ्रिज आदि नहीं होने चाहिए। जो लोग इन मापदंडों पर खरा नहीं उतरते हैं उन्हें कार्ड वापस कर देना चाहिए अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।’
मंत्री ने कहा कि सालाना 1.2 लाख रुपये से ज्यादा कमाने वालों को बीपीएल कार्ड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए और इसे 31 मार्च के पहले वापस कर देना चाहिए। कांग्रेस ने मंत्री के इस बयान की आलोचना की और पार्टी कार्यकर्ताओं ने बेंगलूरु में विभिन्न राशन दुकानों के सामने प्रदर्शन किया। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धारवाड़, मैसूरु और तुमकूरु में भी प्रदर्शन किया।
कांग्रेस विधायक यूटी खादर ने आरोप लगाया कि सरकार का यह फैसला ‘जनविरोधी’ है और ‘बीपीएल कार्ड छीनने’ के बजाए और लाभार्थियों की पहचान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।