शनिवार तक सभी शिशु बीमार हो गए और इनमें से दो की मौत हो गई। अन्य शिशुओं को विश्वेश्वरय्या इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (विम्स) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शिशुओं की मौत से गांव में आंतक का माहौल बना है और अस्पताल के बाहर परिवार के सदस्य बीमार शिशुओं के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। माता-पिता ने आरोप लगाया कि चिकित्सक शिशुओं की मौत और अन्य शिशुओं के उपचार के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। इसके विरोध में सभी लोगों ने चिकित्सकों के खिलाफ नारे लगाए और इस घटना के लए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मोहन कुमार ने बताया कि टीकों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई होगी। शिशुओं की मौत के बारे में अभी तक किसी कारण का पता नही चला है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा। अस्प ताल के पास अधिक त नाव बढऩे और भीड़ एक त्रित हो ने पर जिला धिकारी मंजुला और पुलिस अधीक्षक के.राधिका तथा अन्य वरिष्ठ पुलिस अधि कारी वहीं पड़ाव डाले हैं। वहां पुलिस का भी सख्त बंदोबस्त किया गया है।
कार्रवाई होगी : मंत्री
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्या ण मंत्री के.आर.रमेश कुमार ने बेंग लूरु में कहा कि शिशु ओं की मौत के लिए अगर चिकित्सक दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। शिशुओं के अभिभावकों को मुआव जा दिया जाएगा। शिशुओं के लिाज के लिए सबी दवाईयोंं की खरी दी के निर्देश दिया गया है।