गिरफ्तार किए गए दोनों तस्करों की पहचान आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम निवासी चेड्डा कृष्णन व कर्नाटक के चामराजनगर जिला स्थित मंजापुर गांव निवासी मूर्ति के रूप में की गई है। आदिवासियों से खरीदते थे गांजा
पुलिस ने बताया कि चेड्डा कृष्णन विशाखापत्तनम के निकट पहाडिय़ों के पास स्थित एक एक आदिवासियों के गांव से गांजा खरीदता था। बाद में वह मूर्ति के साथ मिलकर कर्नाटक के विभिन्न इलाकों में लोगों को गांजा बेचता था। मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर कोरमंगला पुलिस ने मामला दर्ज किया है और जांच की जा रही है।
मालूम हो कि कर्नाटक में आंध्रप्रदेश से भारी मात्रा में गांजे की तस्करी होती है और तस्कर गांजे को कर्नाटक में बेचते हैं।