आत्महत्या करने वाले पीएचडी छात्र की पहचान बिहार के रणधीर कुमार (34) के तौर पर हुई है। रणधीर ने मंगलवार को अपने रूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शुरुआती जांच से अवसाद ग्रस्त होने की बात सामने आई है।
सदाशिवनगर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि रणधीर सेंटर फॉर नैनो साइंस एंड इंजीनियरिंग केंद्र (Centre for Nano Science and Engineering) में पीएचडी का अंतिम वर्ष का छात्र था। उसे इसी वर्ष अपना पीएचडी थीसिस जमा करना था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार के परिवार वाले और साथी सोमवार शाम से ही उनसे संपर्क साधने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे थे। मंगलवार दोपहर जब वे उनके रूम में गए तो उन्हें फांसी पर झूलते पाया। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पोस्टमार्टम (postmortem) के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
वहीं, एक अन्य घटना में एम-टेक का एक छात्र फुटबॉल (football) खेलने के दौरान गिर गया और उसके बाद वह अचेत हो गया। आइआइएससी स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद उसे एक अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। छात्र मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में एमटेक कर रहा था। उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के मथुरा निवासी राहुल प्रताप के तौर पर हुई है।
आइआइएससी की ओर से जारी बयान में कहा गया है ‘हमें यह जानकारी देते हुए अत्यंत दु:ख हो रहा है कि 2 मार्च में परिसर में दो छात्रों की मौत हो गई। छात्रों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।’