मंत्री ने यूडीआइडी कार्ड वितरण प्रक्रिया की प्रगति की समीक्षा करने के बाद कहा कि यूडीआइडी से दिव्यांगजन सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को चाहिए कि कार्ड के लिए वे यूडीआइडी पोर्टल पर अपना नाम दर्ज कराए। कार्ड वितरण में हावेरी, उत्तर कन्नड़, बेलगावी और मण्ड्या जिलों को प्रदर्शन भी बेहतर रहा है। यूडीआइडी कार्ड ब्लॉक, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कार्यान्वयन व लाभार्थी सुविधाओं को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है। सरकार का उद्देश्य प्रत्येक दिव्यांग व्यक्ति को यूडीआइडी कार्ड वितरित करना है, जिसका उपयोग सभी क्षेत्रों में कई लाभ प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।
मंत्री ने कहा कि पहले दिव्यांगता में केवल सात प्रकार की दुर्बलताओं पर विचार किया जाता था। लेकिन, 2016 के आरपीडब्ल्यूडी अधिनियम में संशोधन के बाद अतिरिक्त 21 प्रकार की विकलांगता को सूची में शामिल किया गया है। दिव्यांग व्यक्तियों और उनकी दिव्यांगता के बारे में डेटा एकत्र किया जा रहा है।
इसमें शैक्षिक, रोजगार विवरण शामिल हैं। 40 प्रतिशत शारीरिक अक्षमता वाले लोगों की पहचान दिव्यांगों के रूप में की जा रही है। 2011 की जनगणना रिपोर्ट के अनुसार देश में 2.21 फीसदी लोग दिव्यांग हैं। जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष बल दिया गया है।
कोविड रिकवरी दर 98% से ज्यादा
बेंगलूरु. स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में बीते एक दिन में कोविड के 43 नए मामलों की पुष्टि की। इनमें से 24 संक्रमित बेंगलूरु शहर में मिले हैं। शहर में 1,421 सहित राज्य में अब कुल 1,544 एक्टिव मामले हैं। अब तक संक्रमित 40,70,868 लोगों में से 40,29,022 लोग कोरोना वायरस को मात दे चुके हैं। इनमें से 35 लोग मंगलवार को संक्रमण मुक्त हुए। रिकवरी दर 98.97 फीसदी है। राज्य में मंगलवार को कोविड टेस्ट पॉजिटिविटी दर 0.91 फीसदी रही जबकि 2,938 लोगों ने टीकाकरण कराया।