नोडल अधिकारी मनोज राजन ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि हेल्पलाइन चौबीसों घंटे काम कर रहा है। यूक्रेन में फंसे लोगों के बारे में मिल रही जानकारी विदेश मंत्रालय और कीव स्थित भारतीय दूतावास के साथ साझा की जा रही है ताकि उन लोगों को वहां से निकालने की व्यवस्था के साथ आवश्यक सहायता मिल सके। उन्होंने बताया कि कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने पोर्टल- यूक्रेन डॉट कर्नाटक डॉट टेक के साथ ही ऐप भी लांच किया है, जहां यूक्रेन में फंसे लोग और उनके परिजन जानकारी देने के साथ ही अपडेट से भी अवगत हो सकेंगे।
अधिकांश मेडिकल के विद्यार्थी
यूक्रेन में फंसे कन्नाडिग़ाओं की संख्सा बढ़ रही है। केएसडीएमए की ओर से शाम 3.30 बजे तक दी गई जानकारी के मुताबिक 29 जिलों के 346 लोग यूक्रेन में फंसे हैं। सुबह 10 तक यह संख्या 281 और सुबह 6 बजे तक 91 थी। प्राधिकरण के मुताबिक सुबह 6 बजे तक जिन 91 लोगों के बारे में जानकारी मिली थी वे सभी विद्यार्थी हैं और यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। उनमें से सबसे अधिक 28 बेंगलूरु के हैं। शाम 3.30 बजे की बुलेटिन के मुताबिक बेंगलूरु के 115, मैसूरु के 30, विजयपुर के 24, बागलकोट के 22, तुमकूरु के 16, हावेरी के 14, दावणगेरे के 12, चिकमगलूरु, हासन और रायचूर के 10-10 लोगों के यूक्रेन में होने की जानकारी मिली है। बाकी जिलों के लोगों की संख्या 10 से कम है। चिकबल्लापुर, कोडुगू, दक्षिण कन्नड़ जिले के 9-9, बल्लारी,धारवाड़, उडुपी के 6-6, कलबुर्गी, गदग के 5-5, कोलार, मण्ड्या, चामराजनगर के 4-4, बीदर, चित्रदुर्ग, शिवमोग्गा के 3-3, रामनगर, उत्तर कन्नड़ के 2-2 और बेंगलूरु ग्रामीण, कोप्पल, विजयनगर के 1-1 व्यक्ति के यूक्रेन में होने की जानकारी है।
राज्य के लोगों को सुरक्षित वापस लाएं, बोम्मई की विदेश मंत्री से अपील
मुख्यमंत्री बोम्मई ने विदेश मंत्री जयशंकर से युद्धग्रस्त यूक्रेन से राज्य के छात्रों को सुरक्षित वापस लाने की अपील की है। पत्रकारों से बातचीत में बोम्मई ने कहा कि मैंने सुबह विदेश मंत्री से बात की है। केंद्र सरकार वहां फंसे हुए भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। रूस के साथ युद्ध के कारण यूक्रेन में हवाई सेवाएं प्रभावित होने की वजह से भूमि मार्ग के माध्यम से उन्हें सुरक्षित वापस लाने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है। यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से की ओर सुरक्षित आवाजाही की संभावनाओं के बारे में जानकारी है मगर सही समय और सुरक्षा को देखते हुए भारतीय दूतावास इसके बारे में निर्देश जारी करेगा। यूक्रेन में भारतीय दूतावास फंसे हुए भारतीय छात्रों के संपर्क में है। बोम्मई ने कहा कि हमने छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके भोजन व आवास की व्यवस्था करने की अपील की है।
केंद्र और राज्य सरकारों ने हेल्पलाइन स्थापित किए हैं। विदेश मंत्री ने छात्रों से युद्ध समाप्त होने तक सावधान रहने की अपील की है। केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी राज्य के लोगों की सुरक्षित वापसी को लेकर विदेश मंत्री से बात की। उधर, विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बोम्मई से राज्य के विद्यार्थियों की सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करने की अपील की।