बताया जाता है कि यह प्रशिक्षण सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील कोडगु जिले में दिया गया। विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा ने शौर्य प्रशिक्षण के तहत अपने कार्यकर्ताओं को शूटिंग सिखाई और उन्हें त्रिशूल भी दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले के पोन्नमपेट स्थित साईं शंकर शैक्षणिक संस्थान में पांच से 11 मई तक शिविर का आयोजन किया गया। सूत्रों ने कहा कि शिविर में शामिल 116 प्रतिभागी स्कूल के छात्र नहीं, बल्कि राज्य के कई हिस्सों के युवा थे।
पुलिस ने क्या कहा पुलिस अधीक्षक एमए अयप्पा का कहना है कि बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद हर साल इस तरह के शिविर आयोजित करते हैं। इस साल भी उन्होंने आयोजन किया और कोई अनुमति नहीं मांगी गई। घटना की जानकारी हमें सोशल मीडिया से मिली। कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। आम्र्स एक्ट के अनुसार, आपको एयरगन का उपयोग करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है। हम मामले की जांच कर रहे हैं।
कांग्रेस ने की निंदा, कहा गिरफ्तारी हो पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धरामैया ने प्रशिक्षण की निंदा की। उन्होंने कहा कि बजरंग दल के शौर्य प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम में विधायक सांसद अपाचु, केजी बोपैया और सुजा कुशलप्पा ने भाग लिया। क्या हमारे संविधान के प्रति उनकी कोई प्रतिबद्धता है। शस्त्र प्रशिक्षण कानून के खिलाफ है और गृह मंत्री को बजरंग दल के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए। शिक्षा मंत्री बीसी नागेश को बजरंग दल को अवैध गतिविधियों को आयोजित करने की अनुमति देने वाले स्कूल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा को बजरंग दल, हिंदू जागरण वेदिक जैसे संगठनों और अवैध गतिविधियों में शामिल अन्य लोगों के साथ अपने संबंधों को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा ने हमारे राज्य में शांति भंग करने के लिए बजरंग दल और श्रीराम सेना जैसे सांप्रदायिक संगठनों को कोई विशेष रियायत दी है।
भाजपा ने बताया आत्मरक्षा प्रशिक्षण वहीं भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सी टी रवि ने शिविर का बचाव करते हुए कहा कि पुलिस ने भी जनता को ऐसा प्रशिक्षण दिया है। यह आत्मरक्षा प्रशिक्षण है और एयरगन का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस विभाग भी जनता को ऐसा प्रशिक्षण देता है और बजरंग दल भी इसका आयोजन कर रहा है। कुछ भी गलत नहीं है।