प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उग्र लोगों की एक बड़ी भीड़ ने विधायक के बंद घर में तोडफ़ोड़ की, जो उस वक्त वहां नहीं थे। विधायक और उनके रिश्तेदार की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हमलावरों ने उनके घर पर पत्थर फेंके, उपद्रव किया और सड़क पर खड़े कई वाहनों को आग लगा दी।
हिंसक भीड़ के उपद्रव को नियंत्रित करने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची। लाठयां भांज कर लोगों को मौके से खदेड़ा गया। बाद में भीड़ ने विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर थाने के सामने धरना दिया।
इस तमाम उपद्रव के बीच विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि उनकी बहन के बेटे की लिखी एक फेसबुक पोस्ट वायरल हुई है। उससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। पोस्ट में कहीं गई कुछ बातों को एक विशेष समुदाय के खिलाफ बताया गया है। विधायक ने बताया कि उन्होंने पुलिस से आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले अपने भांजे को गिरफ्तार करने को कहा है।
कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि लोग कानून को अपने हाथ में नहीं लें। तोड़फोड़ किसी समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई कितना भी रसूखदार क्यों न हो, जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उधर, बताया गया है कि विधायक के भांजे ने कोई फेसबुक पोस्ट नहीं लिखने का दावा किया है। उसका कहना है कि उसका फेसबुक एकाउंट हैक किया गया और जो भी आपत्तिजनक बातें लिखी गईं, उससे उसका कोई संबंध नहीं है। इलाके में तनाव को देखते हुए वहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
इस बीच चामराजपेट के विधायक जमीर अहमद खान भी डीजेहल्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे और विधायक के रिश्तेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जमीर अहमद ने मीडिया से कहा कि समुदाय के लोग बेहद नाराज हैं और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो रही है। मैं शिकायत दर्ज करने के लिए हमारे समुदाय के धार्मिक नेताओं के साथ पुलिस स्टेशन आया हूं। हम बुधवार को विरोध प्रदर्शन करेंगे।
इस बीच एक धार्मिक नेता जमीयत उलेमा ए हिंद के मुफ्ती पीएम मुजम्मिल ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को कल गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखें।