———– जागरूक करेंगे कम्बार
साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चंद्रशेखर कम्बार मतदतााओं को मतदान के लिए जागरूक करेंगे। चुनाव आयोग ने कन्नड़ लेखक एवं ज्ञानपीठ सम्मानित चंद्रशेखर कम्बार के वीडियो संदेश बनवाए हैं जिसमें कंबारे मतदाताओं को मतदान की महत्ता के प्रति जागरूक करेंगे। चंद्रशेखर कंबारे को आयोग की इस पहल से जुडऩे के लिए संजीव कुमार ने उनका अभिनंदन किया।
साहित्य अकादमी के अध्यक्ष चंद्रशेखर कम्बार मतदतााओं को मतदान के लिए जागरूक करेंगे। चुनाव आयोग ने कन्नड़ लेखक एवं ज्ञानपीठ सम्मानित चंद्रशेखर कम्बार के वीडियो संदेश बनवाए हैं जिसमें कंबारे मतदाताओं को मतदान की महत्ता के प्रति जागरूक करेंगे। चंद्रशेखर कंबारे को आयोग की इस पहल से जुडऩे के लिए संजीव कुमार ने उनका अभिनंदन किया।
——— सिंधूरी के तबादले पर आयोग ने मांगी रिपोर्ट
बेंगलूरु. हासन की जिलाधिकारी रोहिणी सिंधूरी के स्थानांतरण मुद्दे पर चुनाव आयोग ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। मुख्य चुनाव अधिकारी संजीव कुमार ने गुरुवार को कहा कि रोहिणी के स्थानांतरण को लेकर चल रहे विवाद में केन्द्रीय प्रशासनिक पंचाट (कैट) ने रोहिणी की याचिका खारिज कर दी है और चूंकि इस मामले में चुनाव आयोग कोई पार्टी नहीं है इसलिए हमारे पास मामले का विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध नहीं है।
बेंगलूरु. हासन की जिलाधिकारी रोहिणी सिंधूरी के स्थानांतरण मुद्दे पर चुनाव आयोग ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। मुख्य चुनाव अधिकारी संजीव कुमार ने गुरुवार को कहा कि रोहिणी के स्थानांतरण को लेकर चल रहे विवाद में केन्द्रीय प्रशासनिक पंचाट (कैट) ने रोहिणी की याचिका खारिज कर दी है और चूंकि इस मामले में चुनाव आयोग कोई पार्टी नहीं है इसलिए हमारे पास मामले का विस्तृत ब्यौरा उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा कि जिले के रिटर्निंग अधिकारी को लेकर कोई अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए कि इसलिए आयोग ने रोहिणी के स्थानांतरण मुद्दे पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। रोहिणी सिंधूरी ने पद संभालने के मात्र 8 महीने के बाद ही हासन जिले से अपने स्थानांतरण को राजनीति से प्रेरित बताया था। अपने स्थानांतरण के पीछे उन्होंने जिला प्रभारी मंत्री ए. मंजु का हाथ बताया था। बाद में रोहिणी ने अपने स्थानंातरण को कैट में चुनौती दी जिस पर इसी सप्ताह आए फैसले में रोहिणी की याचिका खारिज हो गई।
रोहिणी ने चुनाव आचार संहिता उल्लंघन को लेकर मंजु के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया है। बाद में मंजु ने इस मुद्दे पर भी चुनाव आयोग से रोहिणी के खिलाफ शिकायत की और उनका स्थानांतरण करने की मांग लेकिन आयोग ने मंजु को झटका देते हुए उनके आरोपों को निराधार बताया था।