मतदाता सूची को लेकर नाराजगी
बेंगलूरु. महादेवपुर विधानसभा क्षेत्र की व्याप्ति में शामिल बिदरहल्ली ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में कई मतदाताओं को नाम नदारद होने के कारण दलित संघर्ष समिति (डीएसएस) के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय तहसीलदार कार्यालय के सामने दिन-रात का धरना शुरू किया है।
संगठन के राज्य इकाई के अध्यक्ष मावल्ली शंकर के मुताबिक मतदाताओं के नाम नदारद होने के साथ बिदरहल्ली ग्राम पंचायत के कई मतदाताओं के नाम मारगोंडवहल्ली पंचायत की सूची में शामिल किए गए है। इस की जांच होनी चाहिए तथा इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र के कई पंचायतों के मतदाताओं के नाम जाबूझकर दूसरे पंचायतों की सूची में शामिल कर इन मतदाताओं को मतदान के अधिकार से वंचित करने का प्रयास किया गया है। दलित संघर्ष समिति ने मतदान की प्रकिया अवैध होने के कारण मतदान स्थगित करने की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। संगठन ने यह मांग पूरी होने तक तहसीलदार कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया है।
गलत चुनाव चिन्ह छपने से मतदान स्थगित
बेंगलूरु. ग्राम पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में बेलगावी जिले की रामदुर्ग तहसील के केंदपुर ग्राम पंचायत के चुनाव में मतपत्र पर गलत चुनाव चिह्न छपने से मतदान निरस्त करने की नौबत आ गई।
एक प्रत्याशी निर्मला महांतेश का चुनाव चिन्ह बकैट था लेकिन मतपत्र में उनके नाम के सामने अलमारी मुद्रित किया गया था। सुबह सात बजे मतदान शुरू होने पर जब गलती सामने आई तो निर्मला ने तहसीलदार से शिकायत दर्ज की।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने मतदान रोकने का आदेश दिया। प्रत्याशी निर्मला के मुताबिक मतदान टालने के लिए प्रशासनिक अधिकारी तथा उनके विरोधियों ने जानबूझ कर यह गलती की है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। मतदान स्थगित होने से अन्य प्रत्याशी तथा उनके समर्थकों ने नाराजगी व्यक्त की।
गांव के लोगों ने किया मतदान से इनकार
रामनगर. बेंगलूरु शहरी जिले में शामिल आनेकल तहसील के चिक्कति मसंद्रा गांव के निवासियों ने रविवार को हुए मुत्यानेल्लूर ग्राम पंचायत चुनाव में मतदान नहीं किया। बताया जा रहा है कि गांव के 70 मतदाताओं के नाम बी होसहल्ली ग्राम पंचायत में शामिल किए जाने से नाराज गांव के निवासियों ने मतदान नहीं करने का फैसला किया। इसकी सूचना मिलते ही चिक्कति मसंद्रा गांव पहुंचे आनेकल के तहसीलदार ने गांव के सभी मतदाताओं को एक ही मतदान केंद्र में मतदान कराने की व्यवस्था की। इसके बाद गांव के सभी 230 मतदाताओं ने मतदान किया। प्रशासन के हस्तक्षेप के कारण इस मतदान केंद्र में शतप्रतिशत मतदान संभव हुआ।
बेंगलूरु. महादेवपुर विधानसभा क्षेत्र की व्याप्ति में शामिल बिदरहल्ली ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में कई मतदाताओं को नाम नदारद होने के कारण दलित संघर्ष समिति (डीएसएस) के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय तहसीलदार कार्यालय के सामने दिन-रात का धरना शुरू किया है।
संगठन के राज्य इकाई के अध्यक्ष मावल्ली शंकर के मुताबिक मतदाताओं के नाम नदारद होने के साथ बिदरहल्ली ग्राम पंचायत के कई मतदाताओं के नाम मारगोंडवहल्ली पंचायत की सूची में शामिल किए गए है। इस की जांच होनी चाहिए तथा इसमें शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र के कई पंचायतों के मतदाताओं के नाम जाबूझकर दूसरे पंचायतों की सूची में शामिल कर इन मतदाताओं को मतदान के अधिकार से वंचित करने का प्रयास किया गया है। दलित संघर्ष समिति ने मतदान की प्रकिया अवैध होने के कारण मतदान स्थगित करने की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। संगठन ने यह मांग पूरी होने तक तहसीलदार कार्यालय के सामने धरना शुरू कर दिया है।
गलत चुनाव चिन्ह छपने से मतदान स्थगित
बेंगलूरु. ग्राम पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में बेलगावी जिले की रामदुर्ग तहसील के केंदपुर ग्राम पंचायत के चुनाव में मतपत्र पर गलत चुनाव चिह्न छपने से मतदान निरस्त करने की नौबत आ गई।
एक प्रत्याशी निर्मला महांतेश का चुनाव चिन्ह बकैट था लेकिन मतपत्र में उनके नाम के सामने अलमारी मुद्रित किया गया था। सुबह सात बजे मतदान शुरू होने पर जब गलती सामने आई तो निर्मला ने तहसीलदार से शिकायत दर्ज की।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने मतदान रोकने का आदेश दिया। प्रत्याशी निर्मला के मुताबिक मतदान टालने के लिए प्रशासनिक अधिकारी तथा उनके विरोधियों ने जानबूझ कर यह गलती की है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। मतदान स्थगित होने से अन्य प्रत्याशी तथा उनके समर्थकों ने नाराजगी व्यक्त की।
गांव के लोगों ने किया मतदान से इनकार
रामनगर. बेंगलूरु शहरी जिले में शामिल आनेकल तहसील के चिक्कति मसंद्रा गांव के निवासियों ने रविवार को हुए मुत्यानेल्लूर ग्राम पंचायत चुनाव में मतदान नहीं किया। बताया जा रहा है कि गांव के 70 मतदाताओं के नाम बी होसहल्ली ग्राम पंचायत में शामिल किए जाने से नाराज गांव के निवासियों ने मतदान नहीं करने का फैसला किया। इसकी सूचना मिलते ही चिक्कति मसंद्रा गांव पहुंचे आनेकल के तहसीलदार ने गांव के सभी मतदाताओं को एक ही मतदान केंद्र में मतदान कराने की व्यवस्था की। इसके बाद गांव के सभी 230 मतदाताओं ने मतदान किया। प्रशासन के हस्तक्षेप के कारण इस मतदान केंद्र में शतप्रतिशत मतदान संभव हुआ।