मुख्यालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक के बाद सोमण्णा को मंजुला नामक महिला ने शिकायत करते हुए बताया कि पति मंजुनाथ आवास विभाग में कर्मचारी थी, ड्यूटी के दौरान २009 में उनकी एक हादसे में मौत हो गई थी। मुआवजे की राशि के लिए आवेदन दिया था, लेकिन 10 साल में रकम नहीं मिली है।
महिला की शिकायत पर मंत्री वी. सोमण्णा ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए आधे घंटे में मुआवजे की राशि का चेक महिला को सौंपने के निर्देश दिए तथा साथ सहानुभूति के आधार पर इस महिला को भी आवास विभाग में रोजगार देने के आवेदन का सात दिन में निपटारा करने के निर्देश दिए।
आवास मंत्री का गुस्सा देखकर आवास विभाग के अधिकारियों ने महिला को कुछ ही समय में 5 लाख 50 हजार रुपए मुआवजे का चेक प्रदान किया। रोजगार को लेकर अगले सप्ताह में आवश्यक आदेश जारी करने की सूचना दी।