केरल में मानसून प्रवेश के बाद तटीय कर्नाटक के जिलों में पिछले सप्ताह बारिश हुई थी लेकिन मानसून अब सुस्त रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, इस कारण दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक सहित बेंगलूरु को अब तक मानसूनी बारिश का इंतजार है।
मानसून में हो रही देरी का सीधा असर राज्य के जलाशयों पर पड़ा रहा है। राज्य के १३ प्रमुख जलाशयों में मात्र १४ फीसदी पानी शेष है। इन जलाशयों की भंडारण क्षमता ८२५ टीएमसी फीट है, लेकिन फिलहाल लाइव स्टोरेज सिर्फ ११४ टीएमसी फीट है।
मौसम विभाग का कहना है कि तटीय और दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक के जिलों में पिछले कुछ दिनों के दौरान बारिश हुई है। हालांकि २० जून के बाद बारिश की स्थिति बदलेगी और तेज बारिश हो
सकती है।
दो सप्ताह तक अच्छी बारिश की संभावना बेंगलूरु में भी यही स्थिति रहने का अनुमान है। मौसम पूर्वानुमानों के अनुसार अगले दो सप्ताह तक अच्छी बारिश की संभावना है, लेकिन यह अनुकूल मानसून पर निर्भर करेगा। वायु चक्रवात को मानसून की धीमी रफ्तार का कारण बताते हुए मौसम विभाग ने कहा है कि अब वातावरण में बदलाव आया है जिससे मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा।
कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) के अनुसार घटप्रभा में १ प्रतिशत, तुंगभद्रा में २ प्रतिशत और मालप्रभा में ३ प्रतिश्त पानी शेष है। यानी इन तीनों प्रमुख जलाशयों में पानी अब नाम मात्र का शेष है। मंगलवार को कृष्ण राज सागर जलाशय का लाइव स्टोरेज ६.४२ टीएमसी फीट रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी दिन १९ टीएमसी फीट था। हेमावती का लाइव स्टोरेज ३.४५ टीएमसी रहा, जो पिछले वर्ष १७.५९ टीएमसी फीट था।