हम सौभाग्यशाली हैं जो हमें मानव जन्म मिला- साध्वी सुप्रिया
बैंगलोरPublished: Jul 27, 2021 07:42:01 am
धर्मसभा का आयोजन
हम सौभाग्यशाली हैं जो हमें मानव जन्म मिला- साध्वी सुप्रिया
बेंगलूरु. राजाजीनगर स्थानक में चातुर्मास के लिए विराजित साध्वी सुमित्रा के सान्निध्य में साध्वी सुप्रिया ने कहा कि हमारी बड़ी पुण्यवानी से हमें संतों का समागम प्राप्त हुआ और मनुष्य जन्म के साथ धर्म श्रमण भी मिल गया। क्योंकि साधु संत भगवान की जिनवाणी फरमाते हैं और भवी आत्मा उस जिनवाणी को अपने हृदय में धारण करता है। धर्म श्रमण पाकर भी उस पर श्रद्धा होना अत्यंत दुर्लभ है। मनुष्य जन्म और धर्म श्रवण और धर्म श्रद्धा पाकर भी संयम में पराक्रम करना शक्ति लगाना और भी दुर्लभ है।
हम सौभाग्यशाली हैं जो हमें मानव जन्म, उत्तम कुल और श्रवण करने के लिए परमात्मा की वाणी मिली है। जिसका पुण्योदय होता है वही धर्म स्थान में जिनवाणी का लाभ के सकता है। प्रमादी व्यक्ति प्रभु की वाणी से वंचित हो जाते हैं। तो इस मानव जन्म को अच्छे कार्यों में लगाकर इस जीवन को सार्थक करना चाहिए।
उन्होंने श्रावक के तीन मनोरथ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रावक का पहला मनोरथ होता है परिग्रह का अल्पीकरण, दूसरा मनोरथ यह चिंतन करना कि वह दिन श्रावक की जिंदगी का धन्य होगा, जिस दिन वह पांच महाव्रत धारण करेगा और तीसरा मनोरथ-जीवन के अंतिम क्षणों में सलेंखना संथारा से पंडित मरण का प्राप्त होना। साध्वी वृंद की प्रेरणा से आयंबिल एवं एकासन की लड़ी गतिमान है। त्रिशला बहु मंडल द्वारा संघ के तत्वावधान में 28 जुलाई को संगीत प्रतियोगिता का आयोजन दोपहर 2 बजे से रहेगा। संघ अध्यक्ष भंवरीलाल चोरडिय़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया।