हमें अपने जीवन में दही जैसा बनना है-साध्वी रत्नत्रयाश्री
बैंगलोरPublished: Nov 30, 2020 06:52:35 pm
साध्वियों ने किया विहार
हमें अपने जीवन में दही जैसा बनना है-साध्वी रत्नत्रयाश्री
बेंगलूरु. साध्वी विनीतप्रज्ञाश्री की शिष्या साध्वी रत्नत्रयाश्री, साध्वी तत्वत्रयाश्री एवं साध्वी गोयमरत्नाश्री का चातुर्मास परिवर्तन सोमवार को राजेन्द्र भवन किलारी रोड से जयंतीलालजी चौहान के कुमार पार्क स्थित घर पर हुआ। वहां पर साध्वी ने सकल संघ को शत्रुंजय तीर्थ की भाव यात्रा करवाई। चौहान के निवास स्थान पर सिद्धचक्र महापूजन का भी आयोजन रखा गया। साध्वी ने प्रवचन में कहा कि चातुर्मास परिवर्तन तो हो गया, लेकिन परिवर्तन दो प्रकार का होता है। कैमिकल चेंज ओर फिजिकल चेंज केमिकल चेंज का मतलब होता है दूध के अंदर दही का जामन डालने से दूध जैसे दही बन जाता है और वापस दूध-दूध नहीं बनता। फिजिकल चेंज का मतलब पानी को फ्रिज के आइस बॉक्स में रखने पर पानी बर्फ तो बन जाता है लेकिन फ्रीजर से बाहर निकलने पर वापस पानी बन जाता है। इसलिए हमें अपने जीवन में दही के जैसा बनना है और केमिकल परिवर्तन लाना है तो ही जीवन सार्थक बन सकता है, अन्यथा नहीं। साध्वी ने चातुर्मास के दौरान विशेष सहयोग प्रदान करने लिए कांतिलाल बोहरा, मांगीलाल वेदमूथा, ओटमल बोहरा, जयंतीलाल श्रीश्रीमाल, गुलाबचन्द, कांतिलाल, महेंद्र सेठ, वंशराज को भी अपने प्रवचन के माध्यम से आशीर्वाद प्रदान किया। भीनमाल जैन संघ बेंगलूरु के अध्यक्ष जयंतीलाल चौहान ने साध्वी का आभार व्यक्त किया।