हज यात्रा इस्लामी तीर्थयात्रा और मुस्लिम लोगों के पवित्र शहर मक्का के लिए प्रतिवर्ष की जाती है। हज यात्रा को इस्लाम धर्म के पांच स्तंभों में से एक माना जाता है। शारीरिक और आर्थिक रूप से हज करने में सक्षम होने पर ये यात्रा करना इस्तिताह कहा जाता है और जो मुस्लिम इसे पूरा करता है वो मुस्ताती कहलाता है। कहा जाता है कि हज का रिश्ता 7 वीं शताब्दी से इस्लामी पैगंबर मुहम्मद के जीवन के साथ जुड़ा हुआ है, लेकिन कुछ लोग मानते हैं कि मक्का से जुड़ी ये तीर्थयात्रा की रस्म हजारों सालों से यानि कि इब्राहीम के समय से चली आ रही है। लाखों लोगों इसमें शामिल होते हैं आैर एक साथ हज के सप्ताह में मक्का में जमा होते हैं। इसके बाद यहां कई अनुष्ठानों में हिस्सा लेते हैं।