उन्होंने कहा कि मोदी ने चौकीदारी तो की लेकिन नीरव मोदी, अनिल अंबानी, मेहुल चोकसी, ललित मोदी और विजय माल्या की। और, जब उनकी चोरी पकड़ी गई तो अब सारे हिंदुस्तान को चौकीदार बना रहे हैं। वे दो हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं। एक किसानों का और दूसरा नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे उद्योगपतियों का। वो बड़े उद्योगपतियों को बड़ी-बड़ी सुविधाएं देते हैं, लेकिन गरीबों के लिए कोई सुविधा नहीं है।
उन्होंने कहा कि ऐसा हिंदुस्तान नहीं चाहिए। एक हिंदुस्तान होना चाहिए जहां सभी को एक बराबर सुविधाएं मिले। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी ने नोटबंदी करके 500 और 1000 रुपए के नोट को जिस तरह खत्म किया वैसे ही हिंदुस्तान के संविधान को खत्म करना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने किसान बहुल कलबुर्गी में कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कई वादे भी किए। उन्होंने कहा ‘हमने कर्नाटक में रोजगार दिया, ‘आर्टिकल 371 जे’ दिया जिससे हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र के लोगों को काफी फायदा हुआ। लेकिन, नरेंद्र मोदी ने क्या दिया। नोटबंदी दी। हिंदुस्तान के इतिहास में किसी ने इस तरह से रोजगार खत्म नहीं किया था, जैसे मोदी ने किया। इसके बाद जीएसटी की मार भी कमजोर तबके पर पड़ी।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार सत्ता में आई तो जीएसटी बदल देंगे और एक टैक्स वाला आसान जीएसटी देंगे। भविष्य में छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों को नुकसान नहीं होने देंगे। कांग्रेस सरकार ने किसानों से कर्जमाफी का वादा किया था और उसे कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में पूरा करके दिखाया। अब हिंदुस्तान के हर आदमी को न्यूनतम आय की गारंटी देने जा रहे हैं।
पर्रिकर के लिए रखा दो मिनट का मौन
राजनीतिक मतभेदों और बयानबाजी से दूर अपना भाषण शुरू करने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंच पर मौजूद नेताओं के साथ दिवंगत भाजपा नेता एवं गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को याद किया। अपने संबोधन से पहले गोवा के मुख्यमंत्री के लिए दो मिनट का मौन रखा। इस दौरान सभा में मौजूद सभी लोगों ने खड़े होकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी के दिवंगत नेता के लिए चुनावी रैली में मौन रखने का उदाहरण विरले ही देखने को मिलता है।