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आचार्य भिक्षु नहीं होते तो हम कहां होते-साध्वी लावण्याश्री

locationबैंगलोरPublished: Sep 19, 2021 07:36:15 am

Submitted by:

Yogesh Sharma

बेंगलूरु स्तरीय वरिष्ठ श्रावक सम्मेलन का आयोजनराष्ट्रीय अध्यक्ष गोयल ने कहा तेरापंथ के नियम सर्वोपरि

भिक्षु नहीं होते तो हम कहां होते-साध्वी लावण्याश्री

भिक्षु नहीं होते तो हम कहां होते-साध्वी लावण्याश्री

बेंगलूरु. बेंगलूरु स्तरीय वरिष्ठ श्रावक सम्मेलन का आयोजन साध्वी लावण्याश्री के सानिध्य में गांधीनगर स्थित तेरापंथ भवन में हुआ। संस्था शिरोमणी तेरापंथ महासभा के अध्यक्ष सुरेशचंद गोयल, पूर्व अध्यक्ष किशनलाल डागलिया, उपाध्यक्ष नरेंद्र नखत, सहमंत्री प्रकाश लोढ़ा, ट्रस्टी महेंद्र, संजय बांठिया, शांतिलाल बागरेचा उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत तेरापंथ सभा बेंगलूरु के अध्यक्ष सुरेश दक ने किया।
इस दौरान साध्वी लावण्याश्री ने कहा-तेरापंथ धर्म संघ के आद्यप्रवर्तक आचार्य भिक्षु नहीं होते तो हम कहां होते। हमें भाग्य से यह शासन मिला। महाश्रमण जैसे कुशल नेतृत्व प्रदाता प्राप्त हुए। आज बेंगलूरु स्तरीय वरिष्ठ श्रावक सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। अपने जीवन की ढलती उम्र में क्षमा, समता, सहिष्णुता का परिचय देना। अपने बच्चों को संस्कारी बनाना आज की बढ़ती समस्या का निराकरण कैसे हो यह चिंतनीय विषय है। संपूर्ण समाज को मिलकर यह चिंतन करना चाहिए कि आपसी सौहार्द कैसे बड़े। आपसी प्रेम, करुणा मैत्री का विकास कैसे हो। पुन: संयुक्त परिवार का वातावरण बने तो हमारे समाज का निर्माण अवश्य होगा। ऐसे विलक्षण गुरु, विलक्षण शासन, विलक्षण नेतृत्व हमने अहोभाग्य से पाया है।
साध्वी सिद्धांतश्री व साध्वी दर्शितप्रभा ने बलिदान से निखरा व्यक्तित्व कार्यक्रम के दौरान तेरापंथ के बलिदानी व्यक्तियों की कहानी हमारी-जुबानी रूप में शासन कल्पतरु गीत एवं अनेक श्रावक-श्राविकाओं के गुरु,गण भक्ति, बेजोड़ श्रद्धा, अद्भुत समर्पण की रोचक प्रस्तुति दी। संस्था शिरोमणि महासभा के अध्यक्ष सुरेश गोयल ने संपूर्ण श्रावक समाज को महासभा की गतिविधियों की अवगति प्रदान की व अनेक महत्वपूर्ण नियमों को भी बताया।
कर्र्नाटक आंचलिक प्रभारी कैलाश बोराणा ने गोयल का परिचय दिया। सभा उपाध्यक्ष अभयराज कोठारी ने सभा गतिविधियों की जानकारी दी। ट्रस्ट अध्यक्ष गौतम मूथा, प्रकाश कुण्डलिया, बद्रीलाल पितलिया, डॉ. मनीषा चोपड़ा ने वक्तव्य दिया। कार्यक्रम के मुख्य प्रायोजक बद्रीलाल, सुखलाल, उतम पितलिया परिवार एव किट प्रायोजक किरणचंद, प्रकाशचन्द, बजरंग कुण्डलिया का सम्मान किया गया।
अभातेयुप कोषाध्यक्ष दिनेश पोखरना,तेयुप अध्यक्ष विनय बैद ने भिक्षु किरण मैगजीन का अनावरण किया। महिला मण्डल अध्यक्ष स्वर्णमाला पोखरना ने प्रेक्षाध्यान बेनर का अनावरण किया। शांति सकलेचा ने अभिनन्दन पत्र का वाचन किया। इस अवसर पर बेंगलूरु की सभी सभाओं का प्रतिनिधित्व रहा। टीपीफ से लक्ष्मीपत मालू, अणुव्रत समिति से देवराज रायसोनी, अणुविभा संगठन मंत्री कन्हैयालाल चिप्पड़,कन्या मण्डल से खुशी दुग्गड़, राजाजीनगर सभा से शान्तिलाल पितलिया, विजयनगर से मंगल कोचर, होसकोटे से इन्द्रचन्द धोका, हनुमन्तनगर से तेजमल सिंघी, कार्यक्रम की समायोजना में महावीर धोका, बाबूलाल बाफना, राजेन्द्र बैद,अनिल पोखरना, सुशील सिपानी,रूपचंद देसरला, सम्पत चावत, तेयुप, महिला मंडल का विशेष सहयोग रहा। इस अवसर पर 27 तेरापन्थ परिवारों का जिन्होंने 70 वे दशक में समाज के विकास में योगदान दिया उनका सभा द्वारा अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री नवनीत मूथा ने किया।

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