दिमाग पर जोर डालने पर भी आप उन नामों को नहीं पहचान सकते। क्योंकि ये वो नाम हैं, जिनके बिना मौजूदा भाजपा संगठन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। शायद अब आप कुछ-कुछ समझ गए होंगे।
जी हां! ये नाम हैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह। देश भर में कहीं भी चुनाव हों और स्टार प्रचाारकों में ये दो नाम शामिल नहीं हों, तो दिमाग पर जोर तो पड़ता ही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बड़ा स्टार प्रचारक भाजपा में भला और कौन होगा। कर्नाटक भाजपा ने जिन 40 नामों को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया हैं, उनमें अधिकांश प्रदेश स्तर के नेताओं के हैं।
क्यों शामिल नहीं मोदी, शाह
दरअसल, कर्नाटक में उप चुनाव हो रहे हैं। 17 विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद राज राजेश्वरी नगर और मस्की को छोड़ कर शेष 15 सीटों पर उप चुनाव हो रहे हैं।
बेशक ये उप चुनाव राज्य में भाजपा की बीएस येडियूरप्पा सरकार के लिए करो या मरो वाली स्थिति पैदा करने वाले हैं, लेकिन फिर भी पार्टी आलाकमान ने यहां अपने प्रमुख नेताओं से प्रचार नहीं करवाने का निर्णय किया है।
अमूमन देखा भी जाता है कि उप चुनाव में पार्टी के बड़े नेता प्रचार करने नहीं आते हैं। इसीलिए भाजपा की ओर से चुनाव आयोग को जिन चालीस स्टार प्रचारकों की सूची सौंपी है, उनमें मोदी और शाह के नाम शामिल नहीं है।
कौन कौन हैं शामिल
स्टार प्रचारकों की सूची में पहला नाम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील का है, उसके बाद मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा हैं। फिर सदानंद गौड़ा, प्रहलाद जोशी, बीएल संतोष, मुरलीधर राव, अरुण कुमार, जगदीश शेट्टर, लक्ष्मण सवदी, गोविंद कारजोल, अश्वथनारायण, केएस ईश्वरप्पा, अरविंद लिंबावली, सीटी रवि, शोभा करंदलाजे आदि हैं। सूची में सबसे आखिर में मंत्री जेसी माधुस्वामी का नाम है।