कर्नाटक के गृहमंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने हत्याकांड में आठ आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने शिवमोग्गा के दो पुलिस थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। आरोप है कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही ने कथित तौर पर आरोपी का हौसला बढ़ाया।
शिवमोग्गा जिले के रहने वाले गृहमंत्री ज्ञानेंद्र ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आठ लोगों को अब तक आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य से पूछताछ जारी है।
शिवमोग्गा जिले के रहने वाले गृहमंत्री ज्ञानेंद्र ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आठ लोगों को अब तक आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य से पूछताछ जारी है।
ज्यादातर का लंबा आपराधिक इतिहास उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों की पृष्ठभूमि का पता लगाया जा रहा है। उनके मुताबिक इनमें से ज्यादातर का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है।
उनका कहना था कि मैंने पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को शिमवामोग्गा में असामाजिक तत्वों के बढऩे के कारण और पुलिस की जवाबदेही जानने के लिए लिखा है।
उनका कहना था कि मैंने पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को शिमवामोग्गा में असामाजिक तत्वों के बढऩे के कारण और पुलिस की जवाबदेही जानने के लिए लिखा है।
इन दो थानों पर नजर शिवमोग्गा में कोटे और डोड्डापेट पुलिस थानों के प्रदर्शन का ऑडिट करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि हमें यह पूछताछ करने की आवश्यकता है कि पिछले पांच वर्षों में इन दो पुलिस स्टेशनों में कितने पुलिस अधिकारी और कर्मी थे और उन्होंने आपराधिक अतीत वाले इन आरोपियों की निगरानी कैसे की।
उन्होंने चेतावनी दी कि गैर जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। ज्ञानेंद्र ने आरोप लगाया कि शिवमोग्गा पूरे कर्नाटक में अपराधियों की जन्मस्थली बन गया है और अगर जिम्मेदारियां तय नहीं की गईं तो यहां ऐसे तत्व बढ़ते रहेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या हत्या मजबूत हिंदुत्व विचारधारा या किसी व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता के कारण हुई थी, ज्ञानेंद्र ने कहा कि यह एक विस्तृत जांच में सामने आएगा। मंत्री ने कहा कि यह हत्या का साधारण मामला नहीं है। हम इसके पीछे की ताकतों को सामने लाएंगे। इस मामले में विभिन्न संगठनों के शामिल होने की बहुत संभावनाएं हैं, जिनकी जांच पुलिस कर रही है।
इस दौरान पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर मंत्री ने कहा कि इन संगठनों की भूमिका की जांच की जा रही है।
इस दौरान पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर मंत्री ने कहा कि इन संगठनों की भूमिका की जांच की जा रही है।
ज्ञानेंद्र ने कहा कि जब भी सोशल मीडिया में धमकी भरा संदेश पोस्ट किया जाता है तो उसे पुलिस के संज्ञान में लाया जाना चाहिए, अन्यथा ऐसी घटनाओं को रोकना मुश्किल होगा। बता दें कि पुलिस ने शहर में अंतिम संस्कार के समय जुलूस निकालने पर निषेधाज्ञा के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।
28 वर्षीय हर्ष की रविवार रात शिवमोग्गा में हत्या कर दी गई, जिसके बाद शहर में आगजनी, हिंसा और पथराव के बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।
28 वर्षीय हर्ष की रविवार रात शिवमोग्गा में हत्या कर दी गई, जिसके बाद शहर में आगजनी, हिंसा और पथराव के बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।
आरोपियों की पहचान पुलिस ने कहा कि मोहम्मद काशिफ, सैयद नदीम, आशिफुल्ला खान, रेहान खान, नेहाल और अब्दुल अफनान आठ आरोपियों में शामिल हैं और ये सभी शिवमोग्गा के रहने वाले हैं।