दरअसल, देवगौड़ा अपने और ्रकुमारस्वामी पर लगाए सिद्धरामय्या के आरोपों से आहत हैं। गुरुवार को अपने गृह नगर हासन में पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या पर भी निशाना साधा। देवगौड़ा ने कहा कि वे सिद्धरामय्या का चेहरा दुबारा नहीं देखना चाहते हैं। सिद्धरामय्या के आरोपों को खारिज करते हुए देवगौड़ा ने कहा कि वे कभी भी भाजपा या येडियूरप्पा के खिलाफ नरम नहीं रहे हैं। देवगौड़ा ने भाजपा के साथ संभावित गठबंधन को लेकर दिए गए बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर पर भी निशाना साधा। नाराज देवगौड़ा ने कहा कि जद-एस को अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए किसी नेता या पार्टी को लुभाने की जरुरत नहीं है। देवगौड़ा ने कहा कि वे 60 साल से राजनीति में हैं और उन्हें पता है कि राजनीति में कैसे क्या करना है। देवगौड़ा ने मौजूदा राजनीतिक हालात में भाजपा से विधानसभा उपचुनावों से पहले या बाद में गठबंधन को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया।
इससे पहले भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर पूछे गए सवालों पर देवगौड़ा पत्रकारों पर नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि चाहे सिद्धरामय्या हों या येडियूरप्पा, वे किसी के घर कभी पारिवारिक रिश्ते को बढ़ाने के लिए नहीं गए। देवगौड़ा ने कहा कि उन्हें राजनीति में सही समय पर सही निर्णय लेने के बारे में पता है। भाजपा और जद-एस के बीच संभावित गठबंधन की चर्चाओं के बारे में पूछे जाने देवगौड़ा ने कहा कि उनका रुख भाजपा या मुख्यमंत्री येडियूरप्पा के खिलाफ नरम नहीं है।