शिक्षा के ज्ञानार्जन के साथ जीवन विज्ञान जरूरी-नागेश
बैंगलोरPublished: Dec 02, 2021 07:50:07 am
जीवन विज्ञान प्रशिक्षण शिविर


शिक्षा के ज्ञानार्जन के साथ जीवन विज्ञान जरूरी-नागेश,शिक्षा के ज्ञानार्जन के साथ जीवन विज्ञान जरूरी-नागेश
बेंगलूरु. राज्य के प्राथमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा मंत्री बी.सी.नागेश बुधवार को अड्कमारनहल्ली स्थित नाहर फार्म पहुंचे। नागेश ने वहां चल रहे जीवन विज्ञान प्रशिक्षण शिविर में संदर्भ व्यक्तियों द्वारा नई तकनीक से तैयार किए जा रहे जीवन विज्ञान पाठ्यक्रम का अवलोकन किया। एक मिनट, दो मिनट के बनाए गए वीडियो चित्रों को भी देखा। डीएसईआरटी के निदेशक मारुती ने 2004 से शुरू किए गए जीवन विज्ञान पाठ्यक्रम का अब तक का पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जीवन विज्ञान अकादमी और अणुव्रत समिति द्वारा प्रस्तावित पाठ्यक्रम को गहराई से अध्ययन कर पूर्व शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार के आदेशानुसार हमने इस कार्य को आगे बढ़ाने का चिंतन किया। डीएसईआरटी ने कर्नाटक के संदर्भ व्यक्तियों को आमंत्रित कर पांच दिवसीय 5 शिविर करने का निर्णय किया। यह दायित्व सह निदेशक विश्वनाथ, वेदमूर्ति, राघवेन्द्र और गिरिजम्मा को सौंपा गया। इनके व संदर्भ व्यक्तियों के श्रम से बहुत अच्छा प्रयास हो रहा है। जीवन विज्ञान अकादमी के मूलचंद नाहर व ललित जैन ने अणुव्रत समिति के सहयोग से यह संपूर्ण व्यवस्था एवं अर्थ का दायित्व लिया है। निश्चिंतता से हम इस कार्य को मूर्त रूप दे रहे हैं। वेदमूर्ति ने कहा की आज के संदर्भ में पुस्तक के ज्ञान के साथ संस्कार,नैतिकता और पूर्ण कौशल्यता के साथ विद्यार्थी जीवन का निर्माण हो। ललित जैन ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ व आचार्य महाश्रमण का अवदान है देश कि नई पीढ़ी के जीवन में ज्ञान के साथ जीवन जीने की शैली का निर्माण विद्यार्थी जीवन से हो। उसमें मानसिक संतुलन, भावनात्मक संतुलन को किस तरह जीवन के साथ जोड़ा जा सकता है, वह कला ही जीवन विज्ञान सिखाता है। इस अवसर पर शिक्षामंत्री बी.सी. नागेश ने कहा कि शिक्षा के ज्ञानार्जन के साथ जीवन विज्ञान अति आवश्यक है। आपने जो भी प्रारूप तैयार किया है उसके साथ भावनात्मक संदर्भ को अवश्य जोड़ें। यह वर्तमान में विद्यार्थी को बहुत जल्दी आकर्षित करता है। उदाहरण में एक छोटी सी कहानी प्रस्तुत करते हुए भावुक हो गए। शिविर के प्रायोजक मूलचंद नाहर, मुकेश कुमार नाहर के प्रति सरकार की ओर से कृतज्ञता ज्ञापित की। अणुव्रत महासमिति के सहमंत्री कन्हैयालाल, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल,देवराज रायसोनी, सुरेश मुणोत, मानकचंद संचेती, निर्मल पोकरणा, ललित बाबेल, विक्रम सेठिया, रूपचंद देसरला ने समिति की ओर से देवराज मूलचंद नाहर चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों का अभिनंदन किया। सहनिदेशक वेदमूर्ति ने संचालन किया।