प्रतिभा ने लिखित शिकायत में कहा कि गत सप्ताह दो सिपाही उसके घर आए और उन्होंने कहा कि उसके और उसकी मां के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है, इसलिए वो दोनों शीघ्र पुलिस थाने जाएं। प्रतिभा ने अगले दिन थाने आने की बात कही तो दोनों पुलिस कर्मचारियों ने उसे हथकड़ी लगकर गिरफ्तार कर के ले जाने की धमकी दी।
प्रतिभा जब अगले दिन पुलिस थाने गई तो पुलिस निरीक्षक वहां नहीं था। उसे रात आठ बजेे तक बाहर ही बैठना पड़ा। काफी देर बाद पुलिस निरीक्षक आया और उसने कहा कि उसे पूरी जानकारी है। उसने दोनों पर लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए प्राप्त लेने का आरोप लगाया। जब प्रतिभा ने इसे गलत बताया तो पुलिस निरीक्षक ने उसे गंदी गालियां दी।
फिर पुलिस निरीक्षक ने कहा कि उसे और अन्य पुलिस कर्मचारियों को रिश्वत दी तो उसके खिलाफ किसी भी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं होगा। वरना उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर परप्पन अग्रहार केन्द्रीय जेल भेजने की धमकी दी। आयोग प्रतिभा की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई कर रहा है।