जीतो महिला विंग द्वारा “आत्मरक्षा” पर कार्यशाला
बैंगलोरPublished: Nov 26, 2021 07:37:57 am
पुलिस निरीक्षक ने बताए महिलाओं के अधिकार
बेंगलूरु. जीतो बेंंगलूरु की महिला विंग की ओर से महिलाओं के साथ नित्य घटने वाली घटनाओं से स्वयं की सुरक्षा के गुर सिखाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। शंकरपुरम स्थित बीबीयूएल पीयू कॉलेज में आयोजित कार्यशाला का नेतृत्व कर्नाटक मार्शल आर्ट महासंघ के सचिव नरेंद्र ने किया। नवकार स्मरण व द्वीप प्रजवलन के पश्चात महिला अध्यक्ष पिंकी जैन ने स्वागत किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद केजी हल्ली के पुलिस निरीक्षक एके रक्षित ने कहा कि आज स्वयं की रक्षा में शारीरिक मज़बूती के साथ-साथ आत्मविश्वास भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने महिलाओं के आत्मरक्षार्थ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 76 से 106 की जानकारी दी। प्रशिक्षक नरेंद्र ने कहा कि आज शहरों में महिलाओं पर होने वाली अप्रत्याशित वारदातें बढ़ती जा रही हैं। उनसे घबराए बिना स्वयं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से मज़बूत बनाना है। उन्होंने सभी महिलाओं से अनुरोध किया कि वह अपने मोबाइल में “सुरक्ष बेंगलूरु पुलिस” एप डाउनलोड करें ताकि जरूरत के समय तत्काल पुलिस सहायता उपलब्ध हो सके। उन्होंने महिलाओं को आत्मरक्षार्थ अनेकों गुर सिखाए। दोनों का परिचय संयोजक त्रिशला कोठारी व सह संयोजक शीतल चोपड़ा ने दिया।
जीतो बेंगलूरु के महामंत्री महेश नाहर ने कहा कि बढ़ते हुए अपराधों को देखते हुए आज महिलाओं में आत्मरक्षार्थ प्रशिक्षण आवश्यक है। उन्होंने अनुरोध किया कि प्रत्येक महिला को ऐसा प्रशिक्षण लेना चाहिए। जीतो बेंगलूरु मीडिया प्रभारी सिद्धार्थ बोहरा ने बताया कि 300 महिलाओं की इस कार्यशाला में महिलाओं पर नित्य होने वाले अपराधों को एक नाटक के रूप में प्रस्तुत किया गया। बीबीयूएल की प्रिंसिपल आशा ने कहा कि महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण के लिए कॉलेज स्थल उपलब्ध करा कर उन्हें गर्व का अनुभव हो रहा है। आयोजन में उपाध्यक्ष सरिता खिंवेसरा, संयुक्त सचिव शोभा कुहाड़ व माधवी लूणिया, कोषाध्यक्ष चित्रा मेहता, कालेज कोषाध्यक्ष अशोक भंडारी व प्रबंधन समिति का सहयोग सराहनीय रहा। संचालन नेहा चौधरी ने किया।