जागृत रहते हुए धर्म आराधना करें: आचार्य देवेंद्रसागर
राजाजीनगर में पौष दशमी पर्व का आयोजन

बेंगलूरु. राजाजीनगर के शंखेश्वर पाश्र्वनाथ जैन संघ में भगवान पाश्र्वनाथ के जन्म-दीक्षा कल्याणक दिवस पर आयोजित होने वाले पौष दशमी पर्व की आराधना आचार्य देवेंद्रसागर सूरी की निश्रा में जोर-शोर से चल रही है।
जिसके तहत शक्रस्तव व वृहद्शांति अखंड धारा पाठ से अभिषेक का आयोजन हुआ। प्रवचन के पश्चात आचार्य के के सान्निध्य में भगवान पाश्र्वनाथ को वामा माता के थाल अर्पित किए गए। श्रद्धालु अपने -अपने घरों से विविध तरह की भोजन सामग्री तैयार कर थाल सजा कर लाए और प्रभु को समर्पित किए। राजाजीनगर के तत्वावधान में प्रथम बार इतना अनूठा आयोजन हुआ जिसमें अश्वसेन, वामादेवी, प्रियंवदा सखी आदि की स्थापना कर वासक्षेप डाला गया।
आचार्य ने कहा कि आहार संज्ञा पर विजय प्राप्त कर भव के चक्कर से मुक्त बनें। जागृत रहते हुए धर्म आराधना करें। प्रमाद का त्याग करें। जीवन को सफल बनाएं। विषय कषाय से जुड़ी हुई आत्मा को कर्म सत्ता जहां ले जाती है उसे जाना पड़ता है। इसलिए बहुत सोच समझकर कर्म करना चाहिए। पौष दशमी की आराधना का मुख्य उद्देश्य जीवन व म़ृत्यु के पलों में समाधि प्राप्त करना है।
अब पाइए अपने शहर ( Bangalore News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज