यहां सिरा विधानसभा क्षेत्र के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे शिवकुमार ने कल्लंबेला गांव में चुनावी प्रचार सभा में कहा कि भाजपा सरकार समाज के किसी भी वर्ग के साथ न्याय करने में विफल रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार ऐसी असंवेदनशील सरकार देखने को मिली है। कोरोना महामारी जैसी विषम स्थिति में भी इस सरकार के कई मंत्री भ्रष्टाचार में व्यस्त हैं। हाल में संपन्न मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के एक भी आरोप का जवाब इस सरकार ने नहीं दिया है।
बाढ़ प्रभावितों के लिए कोई स्पष्ट योजना नहीं उन्होंने कहा कि राज्य के 15 जिले प्राकृतिक आपदा की चपेट में हैं लेकिन इस सरकार के पास यहां राहत तथा पुनर्वास को लेकर कोई स्पष्ट योजना नहीं है। पूरा मंत्रिमंडल इन जिलों के निवासियों को भगवान के भरोसे छोडक़र चुनाव प्रचार में व्यस्त है। इससे इस सरकार की प्राथमिकताएं स्पष्ट हो रही हैं। भाजपा के मंत्रियों को केवल चुनाव परिणामों की ही चिंता है। विकास कार्य ठप हो गए हैं। केंद्र सरकार लगातार राज्य के साथ अन्याय कर रही है। इसके बावजूद भाजपा के 25 सांसदों की बोलती बंद है।
भाजपा पूंजीपतियों की समर्थक उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही समाज के दलित पिछड़े तथा शोषितों की आवाज है। जबकि भाजपा के लिए यह वर्ग कोई मायने नहीं रखता है। उन्होंने आरोप लगया कि भाजपा ने हमेशा पूंजीपतियों का समर्थन किया है। पूंजीपतियों के हितों की रक्षा के लिए ही भाजपा कृषि तथा किसानों के लिए घातक कानून लाई है। जिसके परिणाम स्वरूप आनेवाले दिनों में राज्य में भाजपा का अस्तित्व मिटना तय है।