scriptयेडियूरप्पा ने बताया कि वे कितने दिन बने रहेंगे मुख्यमंत्री | Yeddyurappa told how many days he would remain Chief Minister | Patrika News

येडियूरप्पा ने बताया कि वे कितने दिन बने रहेंगे मुख्यमंत्री

locationबैंगलोरPublished: Jul 30, 2019 04:14:54 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

विपक्षी सदस्यों को भरोसा दिलाया कि यदि उनके किसी निर्णय से प्रदेश की जनता के हितों को नुकसान पहुंचता है तो फोन करके सूचित कर सकते हैं

yedd

येडियूरप्पा ने बताया कि वे कितने दिन बने रहेंगे मुख्यमंत्री

बेंगलूरु. मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा (BS Yediyurappa) ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखते हुए यह भी बता दिया कि इस बार वे कितने दिनों के लिए सीएम की कुर्सी पर रहेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की साढ़े छह करोड़ की जनता की उम्मीदों के अनुसार बेहतर प्रशासन देंगे। उनको अगले 3 साल व दस माह तक शासन करने का अवसर मिला है। वे प्रदेश के विकास व जन कल्याण के लिए अपनी सामथ्र्य से बढ़कर काम करेंगे।
विपक्षी सदस्यों को भरोसा दिलाया कि यदि उनके किसी निर्णय से प्रदेश की जनता के हितों को नुकसान पहुंचता है तो फोन करके सूचित कर सकते हैं। वे सुधार के भरसक प्रयास करेंगे।

येडियूरप्पा ने कहा कि सिद्धरामय्या व कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री के पद पर रहते बदले की राजनीति नहीं की और वे भी द्वेष की राजनीति नहीं करेंगे। विपक्षी दल होने के नाते सरकार पर टीका टिप्पणी करना स्वाभाविक है।
अगले तीन चार माह में उनकी सरकार विकास का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ेगी। फिलहाल प्रशासनिक ढांचा चरमरा गया है लिहाजा प्रशासन को पुन: पटरी पर लाने को प्राथमिकता दी जाएगी।

राज्य के 82 तालुकों में बारिश की कमी के कारण भीषण सूखे के हालात उत्पन्न हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को 3 किस्तों में 6 हजार रुपए देने की योजना शुरू की है और भाजपा सरकार ने भी किसानों को राज्य की तरफ से 2 किस्तों में 4000 रुपए की अतिरिक्त सहायता देने का निर्णय किया है।
इसी तरह बुनकरों का 100 करोड़ रुपए का कर्ज माफ करने का भी निर्णय किया गया है। विश्वास मत प्रस्ताव पर चली बहस में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरामय्या व जद-एस विदायक दल के नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने भाग लिया।
हालांकि कांग्रेस के एचके पाटिल, जद-एस के ए.टी. रामास्वामी सहित कुछ सदस्यों ने प्रस्ताव पर बोलने की अनुमति मांगी लेकिन स्पीकर ने कहा कि उन्हें हैदराबाद जाना है इसलिए चर्चा जल्द खत्म करें।

इसके बाद उन्होंने प्रस्ताव को ध्वनिमत के लिए रखा और पारित करने की घोषणा कर दी। इस दौरान सदन में भाजपा के सभी 105 विधायकों के अलावा कांग्रेस व जद-एस के अधिसंख्या सदस्य मौजूद थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो