राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल वजूभाई वाळा ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। येडियूरप्पा के अलावा किसी दूसरे मंत्री ने शपथ नहीं ली। उन्होंने कन्नड़ में ईश्वर के नाम पर शपथ ली। विश्वास मत हासिल करने के बाद ही वे मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। पूर्वमुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरामय्या सहित विपक्ष का कोईभी बड़ा नेता कार्यक्रम में शामिल नहीं हुुआ। कांग्रेस से भाजपा में गए पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएम कृष्णा कार्यक्रम में उपस्थित थे।
चौथी बार ली मुख्यमंत्री पद की शपथ
यह चौथा अवसर है जब राज्य में भाजपा की सरकार बनी है और 76 वर्षीय येडियूरप्पा मुख्यमंत्री बने हैं। वे पहली 2007 में 20 महीने पुराने भाजपा-जद-एस गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री बने थे लेकिन सिर्फ 7 दिन तक पद पर रह पाए। जद-एस के समर्थन वापस लेने से उनकी सरकार गिर गई और नए चुनाव हुए। इसके बाद वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई और येड्डियूरप्पा (अब येडियूरप्पा) ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद वर्ष 2018 में पंद्रहवी विधानसभा के चुनावों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और वे तीसरी बार सीएम बने। लेकिन, पिछले वर्ष एक सप्ताह भी मुख्यमंत्री नहीं रह सके। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उन्हें 24 घंटे के अंदर बहुमत साबित करना पड़ा जिसमें विफल रहे। अब उन्होंने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
यह चौथा अवसर है जब राज्य में भाजपा की सरकार बनी है और 76 वर्षीय येडियूरप्पा मुख्यमंत्री बने हैं। वे पहली 2007 में 20 महीने पुराने भाजपा-जद-एस गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री बने थे लेकिन सिर्फ 7 दिन तक पद पर रह पाए। जद-एस के समर्थन वापस लेने से उनकी सरकार गिर गई और नए चुनाव हुए। इसके बाद वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई और येड्डियूरप्पा (अब येडियूरप्पा) ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद वर्ष 2018 में पंद्रहवी विधानसभा के चुनावों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और वे तीसरी बार सीएम बने। लेकिन, पिछले वर्ष एक सप्ताह भी मुख्यमंत्री नहीं रह सके। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उन्हें 24 घंटे के अंदर बहुमत साबित करना पड़ा जिसमें विफल रहे। अब उन्होंने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
इससे पहले भाजपा आलाकमान ने उन्हें सरकार गठन के लिए हरी झंडी दे दी। येडियूरप्पा ने खुद कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने को कहा। उधर, दिल्ली आलाकमान से भेंट करने गया भाजपा का प्रतिनिधिमंडल दोपहर में लौट आया। येडियूरप्पा सरकार के सामने अगली बड़ी चुनौती बहुमत साबित करना है।
सोमवार को ही येडियूरप्पा बहुमत साबित करने की योजना सूत्रों के मुताबिक सोमवार को ही येडियूरप्पा बहुमत साबित करने की योजना बना रहे हैं। इस दौरान बागी विधायक मुंबई में रहेंगे। उसके बाद उनके सामने मंत्रिमंडल गठन की चुनौती होगी। मंत्रिमंडल गठन में बागी विधायकों की भूमिका और पार्टी पर उसके पडऩे वाले असर को लेकर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है।