यह खबर भी पढि़ए: कर्नाटक में साल के अंत तक हर पात्र नागरिक का होगा टीकाकरण उन्होंने कहा कि योग दुनिया को भारत का उपहार है और यह गर्व की बात है कि जब से पीएम मोदी ने सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इसका प्रस्ताव रखा था, तभी से पूरी दुनिया हर साल 21 जून को योग दिवस मना रही है।
हमारा शरीर एक रथ के समान उन्होंने कहा कि गीता कहती है कि हमारा शरीर एक रथ के समान है जिसका सारथी हमारा मन है और हमारी इंद्रियां रथ के घोड़े हैं। यदि हमारा मन स्वस्थ और संतुलित है तो इंद्रियां (घोड़े) सही दिशा में आगे बढ़ेंगे।
योग एक स्वस्थ और संतुलित दिमाग को बनाए रखने में मदद करता है जो हमारे शरीर के साथ तालमेल बिठाता है। फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए प्राणायाम के ढेर सारे लाभ हैं। उन्होंने कहा कि योग से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
कोविशील्ड की 15 लाख, कोवैक्सीन की 6 लाख खुराक हमारे पास राज्य में कोविशील्ड की लगभग 15 लाख खुराक और कोवैक्सिन की 6-7 लाख खुराक का भंडार है। राज्यभर के 13,000 टीकाकरण केंद्रों में अब तक 1.86 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान की सफलता के लिए नागरिकों की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण है।
वैक्सीन के बारे में जागरूकता बढ़ी मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ गई है। शुरुआत में लोग हिचकिचा रहे थे लेकिन धीरे-धीरे झिझक कम हुई है। मंत्री ने कहा कि लोगों ने अब महसूस किया है कि वैक्सीन खुद को वायरस से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोई डेटा नहीं छिपा रही है। केंद्र सरकार ने खुद इस बात की प्रशंसा की है कि कर्नाटक पारदर्शिता के साथ डेटा प्रकाशित करने में एक आदर्श है।