सबसे पहले मन को साधने की कला सीखनी चाहिए : आचार्य विमलसागर
बैंगलोरPublished: Aug 19, 2023 08:51:04 pm
बेंगलूरु. सुख-दुःख, अपना-पराया, अच्छा-बुरा, योग्य-अयोग्य, सब पहले मन की भूमिका पर निर्धारित होते हैं। मन जैसा मान लेता है, वैसा हम महसूस करते हैं। इसलिए मन के मुताबिक चलकर शांति और आनंद से जीया नहीं जा सकता। ये विचार आचार्य विमलसागरसूरीश्वर ने शनिवार को धर्मसभा में व्यक्त किए।