मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
मण्ड्या जिले के श्रीरंगपट्टण तहसील में कावेरी नदी तट पर स्थित बोराप्पा देवस्थान शिवमंदिर में उगादि पर्व पर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना व आरती में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। अरकेरे, कोडियाला, तडगोडी, गरकहल्ली, बलकेरे, मंड्या कोप्पल, शांति कोप्पल सहित कई गांवों व ढाणियों से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे।
श्रद्धालुओं ने दर्शन से पहले कावेरी नदी में स्नान किया। अरकेरे गांव में उगादि त्यौहार पर रविवार देर शाम को बिसल्ल माराअम्मा देवी मंदिर में विराजित देवी प्रतिमा को मंदिर से बाहर लाकर रथ में विराजमान कर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का जगह-जगह पर स्वागत कर देवी की पूजा-अर्चना की गई।
ऑडियो सीडी का लोकार्पण
कम्मावारी संगम तेलुगू एसोसिएशन की ओर से हेगड़े नगर स्थित थजे इसीबु कन्वेंशन हॉल में आयोजित युगादि उत्सव में तेलुगू कवि एवं गायक गंगाधर शास्त्री ने संपूर्ण भागवत गीता ऑडियो सीडी का लोकार्पण किया।
समारोह में अतिथि समाजसेवी कुमार जागीरदार, श्रीधर, प्रकाश सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष शरीक हुए। इस मौके पर संघ के सदस्यों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं।
उत्तर भारतीय संघ ने किया देवी जागरण
कर्नाटक उत्तर भारतीय विकास सेवा संघ की ओर से देवी जागरण आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि समाजसेवी महेंद्र मुणोत ने मां दुर्गा की महिमा का वर्णन किया। विशिष्ट अतिथि राजस्थान पत्रिका के स्थानीय संपादक राजेन्द्र शेखर व्यास थे। इस मौके पर समाजजनों ने माता के दर्शन कर ‘मैया की चुनरी बा लाल…’, ‘चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है…’ आदि भजनों का आनंद लिया। राकेश शुक्ला ने भी विचार व्यक्त किए। माता की मनमोहक झांकी प्रदर्शित की गई। भक्तों ने माता के रूप का दर्शन किया।
विश्व की सबसे प्राचीन व वैज्ञानिकता से भरी कालगणना
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से एइसीएस लेआउट कुंदलहल्ली स्थित वीएसआर कन्वेंशन हॉल में विशेष कार्यक्रम ‘अनुसरण: अपनी संस्कृति का’ आयोजित किया गया। साध्वी निशंका भारती ने कहा कि हमें भारतीय कैलेण्डर के अनुसार नववर्ष मनाते हुए गर्व होना चाहिए क्योंकि यह विश्व की सबसे प्राचीन व वैज्ञानिकता से भरी कालगणना पर आधारित है।
युवाओं ने नाटक मंचन के जरिए वैदिक काल, द्वापर युग व कलयुग में भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई। साध्वी ने आने वाले दिनों में जल संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य में सभी लोगों से जल संरक्षण और इसकी जागरुकता फैलाने कीशपथ दिलाई। साध्वी प्रपूर्णा भारती ने कहा कि यद्यपि भारत का इतिहास गरिमाशाली है तथापि वर्तमान में अपनी संस्कृति को भुला देने के कारण आज भारत में अनेक समस्याए हैं। अगर हमें गौरव को पुन: प्राप्त करना है तो अध्यात्म से जुडऩा होगा।
युगादि पर करें नए युग की शुरुआत
राजाजीनगर जैन स्थानक में चैत्र मास की प्रतिपदा के उपलक्ष में कार्यक्रम में जयधुरन्धर मुनि ने कहा कि हर व्यक्ति यही चाहता है कि नए वर्ष की शुरुआत मंगलमय होनी चाहिए लेकिन वह तभी संभव हो सकता है जब धर्म का आलम्बन लिया जाए क्योंकि धर्म ही सर्वोत्कृष्ट मंगल है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग अपेक्षाओं से समय समय पर नववर्ष मनाया जाता है। वास्तव में हर दिन अपने आप में नया होता है। युगादि पर्व पर अपने जीवन में एक नए युग की आदि करनी चाहिए। इस मौके पर श्रद्धालुओं ने नवकार मंत्र व सामूहिक जय जाप किया। स्वागत संघ अध्यक्ष दानमल मेहता ने किया। संचालन मंत्री ज्ञानचंद लोढ़ा ने किया। अमरचंद चोरडिया ने गीतिका पेश की।
अज्ञान का अंधकार दूर कर ज्ञान की ज्योति जलाएं
शंकरपुरा स्थित सियाल भवन में आचार्य सुदर्शनलाल की निश्रा में नव वर्ष पर हनुमंतनगर जैन स्थानक से शंकरपुरम विहार यात्रा निकाली गई। प्रवचन सभा में आचार्य ने नववर्ष पर आत्मा में अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञान की नई अंतर ज्योति जगाने की जरूरत बताई।
स्वागत प्राज्ञ जैन संघ कर्नाटक के अध्यक्ष जयसिंह बिलवाडिय़ा व मंत्री विमलचंद बम्ब ने किया। लाभार्थी हस्तीमल जुगराज अनिल कुमार कोठारी व प्रेमचंद अरविंद कुमार मनीष कुमार मेड़तवाल का आभार जताया। संचालन युवा मंत्री राजेश कोठारी ने किया। सभा में ऑल इंडिया श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कान्फ्रेंस के मार्गदर्शक केसरीमल बुरड़, कर्णाटक प्रांतीय अध्यक्ष सुरेशचंद छल्लाणी आदि मौजूद रहे।