10 दिन में सिर्फ एक बार टिफिन आया :- कैलाश भाई ने बताया कि लॉक डाउन के करीब 10 दिन हो गए है। हमे प्रशासन ने सिर्फ एक ही बार रात को साढ़े 10 बजे 40 मकानों में 25 टिफिन दिए। जिसमें केवल 4 पूड़ी ओर आलू की सब्जी थी। हम इससे हमारा पेट भी नही भरा और हमने बच्चों के लिए बचा कर रख दिया।
तीन दिन पुरानी सूखी रोटी को उबाल कर खाने में विवश : – अल्का देवी ने बताया कि हमारे यहां भूख के कारण बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं जैसे तैसे कर के पेट भर रही है। तीन दिन की पुरानी सूखी रोटियां को घरों में से भीख मांगकर लाया रहे है। सुखी रोटी होने कारण उसे पानी मे टमाटर व रोटी को उबाल कर खा रहे है। वही प्याज व मर्जी से साथ खा रहे हैं। इस दौरान इन सब की पीड़ा की भनक मारुति नगर के लोगो व प्रशासन को पड़ी। जिस पर मारुति मगर के लोगों ने 5 किलो आटा, दाल, नमक, तेल आदि सामग्री सभी परिवारों को दिए। उसके पश्चात प्रशासन से भी करीब 200 टिफिन बंाटे गए।