परिजनों के अनुसार 3 वर्षीय कल्पेश मईड़ा का पिता बालू मईड़ा बकरियां चराने के लिए बाहर गया हुआ था। पीछे घर पर कल्पेश का दृष्टिहीन दादा और मां ही थी। सुबह करीब नौ बजे मां भी पड़ोस में किसी काम से गई तो कल्पेश को आंगन में ही खेलते छोड़ा था। कुछ देर बाद कल्पेश खेलते-खेलते घर के आगे की तरफ पानी से लबालब भरी करीब तीन फीट गहरी टंकी के पास पहुंच गया और किसी तरह उस पर चढ़ गया। इसी दौरान बिगड़े संतुलन से वह सीधा टंकी में गिर पड़ा।
देखिए…वीडियो : घाटोल में नाजायज शराब को लेकर छापा, घर से कम मिली तो गोदाम पर कार्रवाई में पकड़ी खेप इधर, उसके दादा को कुछ देर तक कल्पेश की आवाज सुनाई नहीं दी तो उन्होंने पुकारा। फिर मां घर लौटी, तो उसने बेटे को टंकी में पड़ा हुआ देखा, तो सन्न रह गई। उसी ने जैसे-तैसे बच्चे को बाहर निकाला। तभी अन्य परिजन भी पहुंच गए। आनन फानन में कल्पेश को महात्मा गांधी चिकित्सालय लाया गया, जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बगैर पोस्टमार्टम ले गए शव पिता बालू ने बताया कि कल्पेश का दो दिन पूर्व 22 अप्रेल को जन्मदिन था। उसके साथ ऐसा हादसा होगा उन्होंने सोचा भी नहीं था। उन्होंने बताया कि जब भी वह कहीं जाता था तो कल्पेश घर पर ही रहता था। अचानक इस हादसे की वजह से परिवार सदमे में आ गया। अस्पताल में मृत घोषित करने पर परिजनों को कुछ नहीं सूझा और बगैर पोस्टमार्टम या पुलिस से मर्ग कार्रवाई करवाए वे शव लेकर लौट गए।