पुलिस अधीक्षक राजेशकुमार मीना ने बताया कि बांसवाड़ा में नकली नोट लाकर चलाने की सूचना पर मुखबीर तंत्र को सक्रिय करते हुए एएसपी कानसिंह भाटी और डीएसपी सूर्यवीरसिंह राठौड़ के निर्देशन में कोतवाली थानाधिकारी रतनसिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्रवाई में लगाई गई।
टीम ने गोपनीय तरीके से जांच के बाद शुक्रवार को शहर में विद्युत नगर आवासीय कॉलोनी में सरकारी आवास पर छापा मारा। यहां तलाशी के दौरान कमरे में बैड के अंदर रखे बैग से 79 हजार रुपए के नकली नोट बरामद हुए। मामले में पुलिस ने आवास में रह रहे अजमेर डिस्कॉम के लेखाकार करौली जिले के नांदोती थानान्तर्गत रिंगसपुरा निवासी अमित कुमार मीणा पुत्र कालुराम मीणा, टोडाभीम थानान्तर्गत बोल निवासी रजनेश कुमार पुत्र बलवीर मीणा, दौसा के महवा थानान्तर्गत सायपुर निवासी विजयसिंह पुत्र विश्राम मीणा और सवाई माधोपुर जिले के बोली तहसील अंतर्गत बहनोली निवासी रोहिताश पुत्र अमरूद मीणा को गिरफ्तार कर एक लग्जरी कार भी जब्त की। कार्रवाई दल में एएसआई कल्याणसिंह, कांस्टेबल राजेंद्रसिंह, पृथ्वीपालसिंह, सुखराम, भरतकुमार व चालक कांस्टेबल देवेंद्रपालसिंह शामिल थे।
एक ही सीरिज के सौ और दो सौ के हुबहू नोट जब्तशुदा नकली नोट काले बैग में एक पुराने अखबार में लपेटे मिले। इनमें कुछ बंडल एक ही सीरिज के असली के हुबहू होने से जाली होना स्पष्ट हुआ। कार्रवाई में कुल 79 हजार की नकली भारतीय मुद्रा मिली।
पांच दिन पहले दिल्ली से लाए, बिहार के व्यक्ति के भी संकेत पूछताछ में लेखाकार अमितकुमार ने पुलिस को बताया कि ये नोट रजनेश 1 अगस्त को कार से विजय, रजनेश एवं रोहिताश लेकर आए थे। कार रोहिताश की बताई गई। नकली नोट रजनेश द्वारा 15 दिन पहले दिल्ली में धोलाकुआं के पास बिहार निवासी एक व्यक्ति से लेना बताया। नकली नोटों के असली स्रोत और इससे जुड़े लोगों को लेकर पुलिस आगे अनुसंधान कर रही है।