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बांसवाड़ा : बीडीटी से बढ़े बिलों से उखड़े कृषि उपभोक्ता, एईएन के दफ्तर पर हंगामा, बंद किया गेट

Banswara Latest Hindi News : शहरी उपखंड द्वितीय से यकायक मोटे बिल थमाने पर उखड़े ग्रामीण, डर के मारे इधर-उधर हुए कर्मचारी, अधिशासी अभियंता ने पहुंचकर संभाले हालात

बांसवाड़ाFeb 09, 2021 / 03:42 pm

Varun Bhatt

बांसवाड़ा : बीडीटी से बढ़े बिलों से उखड़े कृषि उपभोक्ता, एईएन के दफ्तर पर हंगामा, बंद किया गेट

बांसवाड़ा : बीडीटी से बढ़े बिलों से उखड़े कृषि उपभोक्ता, एईएन के दफ्तर पर हंगामा, बंद किया गेट

बांसवाड़ा. कृषि कनेक्शनों पर बीडीटी यानी बेनिफिशिरी डायरेक्ट ट्रांसफर योजना लागू करते ही एकाएक बिलों में बेतहाशा इजाफे से भन्नाए शहर के करीबी इलाकों के काश्तकारों ने सोमवार को अजमेर डिस्कॉम के सहायक अभियंता द्वितीय कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया। यहां गेट बंद करने और खरी-खोटी सुनाने पर कर्मचारियों को खिसकना पड़ा। यहां काफी देर समझाइश के बाद ग्रामीण सुधार नहीं होने पर फिर आकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। सुबह करीब 11 बजे झरी, निचला घंटाला, उपला घंटाला, गागरी आदि इलाकों से तीन-चार सरपंचों को लेकर पहुंचे किसानों ने यह कहकर बवाल मचाया कि अमूमन जहां दो-तीन हजार रुपए के बिल आते थे, अब दस-बीस हजार रुपए और इससे ज्यादा तक के भेज दिए गए हैं। किसान पहले से परेशान हैं, अब इतना ज्यादा बिजली का बिल भुगतान कैसे करेंगे। हंगामा कर रहे किसानों ने दफ्तर के गेट बंद कर दिए और डिस्कॉम के अधिकारियों-कर्मचारियों पर मनमानी करने के आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया। इस दौरान सहायक अभियंता सैय्याफ खान और उनके सहयोगी रिकवरी के लिए गांवों की तरफ गए हुए थे। ऐसे में किसानों का रोष सामने आया, तो बचे-खुचे कर्मचारी डर के मारे इधर-उधर चले गए।
इस बीच, शोर-शराबा सुनकर पास में ही कार्यालय से अधिशासी अभियंता एमडी चौधरी बात करने के लिए पहुंचे। उन्हें भी ग्रामीणों ने खरी-खोटी सुनाई। मौके की नजाकत को देखते हुए अधिशासी अभियंता चौधरी ने कुछ जनप्रतिनिधियों को उनके दफ्तर में आकर बैठकर बात करने को कहा। बाद में प्रतिनिधिमंडल ने पहुंचकर व्यथा बताई। इस पर बिलों को देखकर चौधरी ने बताया कि बीडीटी योजना के तहत अब सब्सिडी काटी नहीं गई है। यह पूरा बिल भरने पर सब्सिडी बैंक खाते में आएगी। इस पर ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों ने माली हालत बताकर इतना बिल भरना मुश्किल बताया, तो चौधरी ने ऊपर का आदेश बताकर मदद में असमर्थता जताई। इस पर उखड़े ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि अब तक सब्सिडी काटकर बिल देने का जो क्रम चल रहा था, वहीं सुचारू रखा जाए वरना कोई बिल नहीं भरेगा। इसके बाद कनेक्शन काटने कर्मचारी आने पर उन्हें विरोध का सामना करना होगा। बाद में ग्रामीणों का समूह वापस लौट गया।
यह भी बताई समस्याएं
मौके पर कुछ ग्रामीणों ने बिजली के बिल मीटर की रीडिंग के अनुसार नहीं आने की शिकायत भी की। एक-दो ग्रामीणों ने यहां तक कहा कि लाइनमैन शराब के नशे में यहां वहां धुत्त मिलते हैं। शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं करते। ऐसे में एक्सईएन ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया और कहा कि बिलों को लेकर जो भी अन्य शिकायते हैंै, इसकी जांच करवाएंगे। वास्तविक उपभोग का ही बिल देना सुनिश्चित होने पर ही बिल जमा नहीं करने की बात पर लोग शांत हुए और लौटे।
मात्र 650 उपभोक्ता में ही यह हाल, आगे भगवान मालिक
शहरी उपखंड द्वितीय के अधीन करीब 650 उपभोक्ता ही हैं और बीडीटी लागू होते ही मोटे बिल देखकर उनमें से सौ से ज्यादा लोग बिफर कर सामने आ गए। सोमवार के इस घटनाक्रम ने कृषि उपभोक्ताओं की हकीकत सामने ला दी। ऐसे में जबकि गढ़ी, सज्जनगढ़ सहित देहात के उपखंडों में हजारों की संख्या में उपभोक्ता प्रभावित होकर दफ्तरों में पहुंचेंगे, तो आगे डिस्कॉम अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए संकट गहराने की आशंका हो गई है।
इनका कहना है …
एईएन सेकंड के दफ्तर आकर ग्रामीणों ने बिल ज्यादा आने की शिकायत कर हंगामा किया था। बिल बीडीटी योजना लागू होने से ज्यादा आए हैं। इसमें हम कुछ नहंी कर सकते। ऊपर से मिले स्पष्ट निर्देश बता दिए हैं कि पूरा बिल भरने के बाद सब्सिडी संबंधित उपभोक्ता के बैंक खाते में आ जाएगी। इसके अलावा कोई शिकायत है तो उसके लिए सहायक अभियंता को निर्देश दिए हैं। गड़बड़ी की पुष्टि पर सुधार के बाद ही बिल भरने के लिए ग्रामीणों से कहा है।
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