देखिए…बांसवाड़ा में अमृतं जलम् अभियान से चंद घंटों में बदला स्वरूप, निखरी सिंगवाव बावड़ी गौरतलब है कि खडग़दा में इन दिनों मोरन नदी तट पर ही बापू की रामकथा मानस-कबंध चल रही है। जलाशयों-कुओं, नदियों और प्राकृतिक जल स्त्रोतों के संरक्षण की दिशा में चल रहे पत्रिका के इस अभियान पर चर्चा के दौरान बापू ने इसे पावन कदम बताया और आयोजन में सहभागिता की स्वीकृति दी। इस पर अब क्षेत्रपाल मंदिर के पास मोरन नदी तट की सफाई के लिए श्रमदान रखा गया है, जिसमें बापू का पावन सान्निध्य रहेगा। आज दोपहर 1 बजे इस आयोजन के मद्देनजर क्षेत्र के युवाओं, बुजुर्गों में भी जबर्दस्त उत्साह है। पत्रिका टीम आयोजन को सफल बनाने में जुटी हुई है।