बांसवाड़ा : आधी रात में 15-20 लोगों ने तीन घरों पर हमला बोला, तोडफ़ोड़ कर जेवरात और नकदी लूट ले गए, जान बचाकर भागा परिवार इसके बाद रात करीब नौ बजे आरोपी मणिलाल, लक्ष्मण, चेतन, जीवा, उदा, प्रभु सभी एकराय होकर टै्रक्टर में बैठकर आए और धनीचन्द्र के मकान पर आकर गाली गलौच करने लगे। इस पर आरोपियों को रोका गया तो उन्होंने लठ से हमला कर दिया। बचाव में प्रभु व राजू आए तो उन पर भी आरोपियों ने लठ से हमला कर दिया। इस वारदात से गांव में हुए शोर-शराबे से पर मावजी पुत्र हेरिया अपने घर से दौडकऱ बाहर आया तो लक्ष्मण ने मावजी को जान से मारने की नीयत से उसके पीछे ट्रैक्टर दौड़ा दिया। मावजी भागने लगा लेकिन आरोपी ने लक्ष्मण ने टै्रक्टर नहीं रोका मावजी जब नीचे गिर पड़ा तो आरोपी ने ट्रैक्टर उसके ऊपर चढ़ा दिया। इसमें मावजी की जांघ टूट गई। इस पर गांव में मचे शोर शराबे पर ग्रामीण उठे तो आरोपी टै्रक्टर छोडकऱ फरार हो गए। इस प्ररकण की पत्रावलियों का अवलोकन करने एवं गवाहों को सुनने के बाद पीठासीन अधिकारी कुलदीप सूत्रकार ने मणिलाल, लक्ष्मण, प्रभु, चेतन, उदा एवं जीवा को दोषी माना। लक्ष्मण को सात सात और अन्य सभी आरोपियों को एक-एक साल की सजा और जुर्माने से दण्डित किया है।