जांच में सामने आया कि शोभा के पति नितेश की मृत्यु 28 सितम्बर, 2016 को हो गई थी। नितेश की मृत्यु के बाद काका ससुर प्रभाशंकर एवं उसके रिश्तेदार संदीप पंड्या ने नितेश के दस्तावेज लेकर अपने साथी दीपक पंड्या व सुरेंद्र गामोठ के साथ मिलकर बांसवाड़ा के महात्मा गांधी हॉस्पीटल में 22 अगस्त, 2017 को दोपहर 12.30 बजे पहले भर्ती दिखाया और फिर दोपहर 1.21 बजे मृत घोषित कराया। क्लेम उठाने की नीयत से शोभा ने अपने पति नितेश की पांच लाख रुपए की बीमा पॉलिसी जारी करवाई थी। इसके बाद चिकित्सक ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। पुलिस ने शोभा और चिकित्सक देलवाड़ा हाल चिकित्साधिकारी महात्मा गांधी हॉस्पीटल बांसवाड़ा के डा. राजमल पुत्र हरीशचंद्र बामणिया को भी गिरफ्तार कर लिया।
डा. बामणिया ने दीपक पंड्या सहित अन्य से 10 हजार रुपए लेकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र देना स्वीकार किया। शोभा गामोठ की ओर से संदीप पण्ड्या एवं अन्यों लोगों को मृत्यु के बाद पॉलिसी कराने के बदले 50 हजार रुपए देना बताया। दीपक पंड्या, संदीप पंड्या एवं अन्य ने फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार कर जयपुर से बीमा अधिकारी सौरभ श्रीवास्तव एवं एजेंट नवल प्रजापति से मिलकर उक्त पॉलिसी करवाई थी।
जांच में पता चला कि डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा क्षेत्र में दीपक पंड्या एवं संदीप काफी समय से सक्रिय हैं। फर्जी एलआईसी कर उसका क्लेम उठाते थे। इनके द्वारा बीमा की प्रीमियम राशि खुद ही जमा करवाई जाती थी तथा संबंधित कंपनी वालों से भी मिलकर लगातार इस तरह का फर्जीवाड़ा करना सामने आया है। उक्त गिरोह के लोगों द्वारा प्रतापगढ़, जयपुर, डूंगरपुर, उदयपुर एवं बांसवाड़ा में अलग-अलग एजेंटों के मार्फत फर्जी एलआईसी कर क्लेम किया जाता था।