युसीईटी बीकानेर के डॉ सज्जन बाजवा ने इंजन के बेसिक सिद्धांत को चित्रों सहित प्रदर्शित किया और डॉ जे पी हडिय़ा बीवीएम् विद्यानगर ने इंजन के साथ टर्बोचार्जर के उपयोग के बारे में बताया।
डॉ बी एल साल्वी सी टी ऐ उदयपुर ने बायोगैस के उत्पादनपृकिर्या को अच्छी तरह समझायाऔर इसक का उपयोग करके भीहम इंजन को चला सकते हैं ऐसाप्रयोगिक अध्ययन कर समझायाइन्होने अपने व्याख्यान में बतायाकी इंजन को हाइड्रोजन काउपयोग करके भी चलाया जासकता है इसका पूर्णविश्लेष्णात्म अध्यन करवाया प् प्रो दीपक शर्मा ने इंजन में हो रही क्रिया को सिमुलेट करके दिखाया इसमें आनसिस सॉफ्टवेयर को काम में लेकर लैब में सिमुलेशन करके भी दिखाया ।
डॉ डी बी झानी ने इंजन को बायोडीजल से चला कर दिखाया और बताया कि बायोडीजल के प्रयोग से हम प्रदूषण को कमकर सकते हैं। इससे इंजन की दक्षता पर कोई असर नहीं पड़ता और बताया की कम खर्च में अच्छी पावर मिलती है। साथ ही उन्होंने इंडियन बायोडीजल पालिसी से भी अवगत कराया। डॉ गोपाल छाबड़ा ने पेट्रोल इंजन की कार्यप्रणाली के बारे में बताकर ओक्टेन नंबर और सीटेन नंबर को हम कैसे बढ़ा सकते हैं के बारे में बताया।
अंतिम व्याख्यान में प्राचार्य डॉ शिवलालने इंजन में हो रहे नए प्रयोगों और अनुसंधान की जानकारी दी।