27 से पहुंचा 31वें स्थान पर
मिसाल रैकिंग सिस्टम के तहत मई में जारी की गई सूची के तहत बांसवाड़ा 27वें पायदान पर था। जो दो कदम नीचे खिसकर जून में 29वें स्थान पर पहुंचा और जुलाई आते-आते दो पायदान और नीचे खिसकर 31वें स्थान पर पहुंच गया। विभाग की ओर से अभी अगस्त की रैंकिंग जारी नहीं की गई है।
मिसाल रैकिंग सिस्टम के तहत मई में जारी की गई सूची के तहत बांसवाड़ा 27वें पायदान पर था। जो दो कदम नीचे खिसकर जून में 29वें स्थान पर पहुंचा और जुलाई आते-आते दो पायदान और नीचे खिसकर 31वें स्थान पर पहुंच गया। विभाग की ओर से अभी अगस्त की रैंकिंग जारी नहीं की गई है।
पड़ोसी जिलों का उम्दा प्रदर्शन
एक ओर जहां बांसवाड़ा मिसाल में नीचे खिसक रहा है। वहीं पड़ोसी जिले प्रतापगढ़ और डूंगरपुर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर कर रैंकिंग में सुधार कर रहे हैं। रिपोर्ट के तहत प्रतापगढ़ मई में जहां 34वें पायदान पर था उसने 13 पायदान की छलांग मार जुलाई में 21वां स्थान प्राप्त किया। वहीं, डूंगरपुर जून से जुलाई में 5 पायदान आगे आया।
एक ओर जहां बांसवाड़ा मिसाल में नीचे खिसक रहा है। वहीं पड़ोसी जिले प्रतापगढ़ और डूंगरपुर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर कर रैंकिंग में सुधार कर रहे हैं। रिपोर्ट के तहत प्रतापगढ़ मई में जहां 34वें पायदान पर था उसने 13 पायदान की छलांग मार जुलाई में 21वां स्थान प्राप्त किया। वहीं, डूंगरपुर जून से जुलाई में 5 पायदान आगे आया।
ऐसे समझें ‘मिसाल’
स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त रखने के लिए विभाग की ओर से रैंकिंग सिस्टम लागू किया गया। जिसके तहत विभाग की विभिन्न योजनाओं, चिकित्सालयों में प्रसवों की संख्या सहित विभिन्न बिन्दुओं को लेकर यह रैंकिंग की जाती है।
स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त रखने के लिए विभाग की ओर से रैंकिंग सिस्टम लागू किया गया। जिसके तहत विभाग की विभिन्न योजनाओं, चिकित्सालयों में प्रसवों की संख्या सहित विभिन्न बिन्दुओं को लेकर यह रैंकिंग की जाती है।
एमजी अस्पताल के पालना गृह में मिली नवजात
बांसवाड़ा. जिले के महात्मा गांधी अस्पताल के पालना गृह में रविवार को सुबह करीब साढ़े 5 बजे एक नवजात बच्ची मिली। जिसका वजन सामान्य से कम होने पर उसे चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है। वहीं, बाल कल्याण समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्ची का जन्म पालने में छोडऩे से कुछ घंटों पूर्व ही हुआ। जिसका स्वास्थ्य ठीक है। लेकिन वजन महज 1 किलो सात सौ ग्राम होने पर उसे चिकित्सकों कर देखरेख में रखा गया है। बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार होने पर उसे बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
बांसवाड़ा. जिले के महात्मा गांधी अस्पताल के पालना गृह में रविवार को सुबह करीब साढ़े 5 बजे एक नवजात बच्ची मिली। जिसका वजन सामान्य से कम होने पर उसे चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया है। वहीं, बाल कल्याण समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्ची का जन्म पालने में छोडऩे से कुछ घंटों पूर्व ही हुआ। जिसका स्वास्थ्य ठीक है। लेकिन वजन महज 1 किलो सात सौ ग्राम होने पर उसे चिकित्सकों कर देखरेख में रखा गया है। बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार होने पर उसे बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया जाएगा।