बांसवाड़ा में रक्षाबंधन पर मिलावट खोरों की बल्ले-बल्ले, सरकार की सुस्ती से एक भी दुकान की जांच नहीं पृथक से बाड़े बनाएंगे
खुले घूमने वाले पशुधन को पकडऩे के लिए शहर को दो भागों में विभाजित किया गया है। इसका केंद्र बिन्दु कस्टम चौराहा रहेगा। कस्टम चौराहे से दाहोद मार्ग, डूंगरपुर मार्ग, राजतालाब क्षेत्र सहित कॉलोनियों से पकड़े गए पशुधन बाहुबली कॉलोनी स्थित गोशाला और भीतरी शहर सहित नई आबादी, मोहन कॉलोनी, उदयपुर मार्ग, रतलाम मार्ग, जयपुर मार्ग आदि से पकड़े जाने वाले पशुधन को मंदारेश्वर मार्ग स्थित गोशाला में रखा जाएगा। इसके लिए गोशालाओं में पृथक से बाड़े बनाए जाएंगे।
खुले घूमने वाले पशुधन को पकडऩे के लिए शहर को दो भागों में विभाजित किया गया है। इसका केंद्र बिन्दु कस्टम चौराहा रहेगा। कस्टम चौराहे से दाहोद मार्ग, डूंगरपुर मार्ग, राजतालाब क्षेत्र सहित कॉलोनियों से पकड़े गए पशुधन बाहुबली कॉलोनी स्थित गोशाला और भीतरी शहर सहित नई आबादी, मोहन कॉलोनी, उदयपुर मार्ग, रतलाम मार्ग, जयपुर मार्ग आदि से पकड़े जाने वाले पशुधन को मंदारेश्वर मार्ग स्थित गोशाला में रखा जाएगा। इसके लिए गोशालाओं में पृथक से बाड़े बनाए जाएंगे।
लगाए जाएंगे टैग
बैठक में भुवन पंड्या, सुरेश गुप्ता, सुमित जैन, दीपक धींगर आदि ने निराश्रित पशुधन को टैग लगाने की बात कही। इस पर बैठक में मौजूद पशु चिकित्सक डा. वीएस भाटी ने कहा कि निराश्रित पशुधन को पकडऩे के बाद टैग लगाए और रजिस्टर संधारित करें। साथ ही उसके मालिक का नाम भी लिखें। पहली बार पकड़े जाने पर पशुमालिक से एक हजार रुपए और दूसरी बार पकड़े जाने पर दोगुनी राशि वसूली की जाएगी। दस दिन के भीतर पशुधन नहीं ले जाने पर गोशाला को सौंप दिया जाएगा। टैग लगने के बाद एक ही पशु के दोबारा पकडऩे जाने पर सत्यापन का जिम्मा नगर परिषद का रहेगा।
बैठक में भुवन पंड्या, सुरेश गुप्ता, सुमित जैन, दीपक धींगर आदि ने निराश्रित पशुधन को टैग लगाने की बात कही। इस पर बैठक में मौजूद पशु चिकित्सक डा. वीएस भाटी ने कहा कि निराश्रित पशुधन को पकडऩे के बाद टैग लगाए और रजिस्टर संधारित करें। साथ ही उसके मालिक का नाम भी लिखें। पहली बार पकड़े जाने पर पशुमालिक से एक हजार रुपए और दूसरी बार पकड़े जाने पर दोगुनी राशि वसूली की जाएगी। दस दिन के भीतर पशुधन नहीं ले जाने पर गोशाला को सौंप दिया जाएगा। टैग लगने के बाद एक ही पशु के दोबारा पकडऩे जाने पर सत्यापन का जिम्मा नगर परिषद का रहेगा।
बांसवाड़ा पर मेघ मेहरबान, कुशलगढ़ में 5, गढ़ी में पौने चार इंच बारिश, माही डेम का जलस्तर 277.65 मीटर पहुंचा ऑन द स्पॉट चिकित्सा सुविधा
बैठक में निराश्रित बीमार पशुधन के उपचार की समस्या पर चर्चा की गई। इसके बाद निर्णय किया कि पशुपालन विभाग के सहयोग से अत्यंत बीमार पशुधन का ऑन द स्पॉट और अन्य पशुधन का पशु चिकित्सालय ले जाकर उपचार किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सक व कंपाउंडर की ड््रयूटी भी लगाई जाएगी। इसके अतिरिक्त गोशालाओं से संबंधित बोर्ड लगाने, पशुधन को खुला नहीं छोडऩे, जुर्माना वसूले जाने संबंधी मुनादी कराने, पशुधन के रखरखाव के अनुबंध आदि पर भी चर्चा की गई। इस मौके पर कमलनयन आचार्य आदि उपस्थित रहे।
बैठक में निराश्रित बीमार पशुधन के उपचार की समस्या पर चर्चा की गई। इसके बाद निर्णय किया कि पशुपालन विभाग के सहयोग से अत्यंत बीमार पशुधन का ऑन द स्पॉट और अन्य पशुधन का पशु चिकित्सालय ले जाकर उपचार किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सक व कंपाउंडर की ड््रयूटी भी लगाई जाएगी। इसके अतिरिक्त गोशालाओं से संबंधित बोर्ड लगाने, पशुधन को खुला नहीं छोडऩे, जुर्माना वसूले जाने संबंधी मुनादी कराने, पशुधन के रखरखाव के अनुबंध आदि पर भी चर्चा की गई। इस मौके पर कमलनयन आचार्य आदि उपस्थित रहे।
पत्रिका ने किया था आगाह
गौरतलब है कि खुले घूमते मवेशियों की समस्या को लेकर गत 26 जुलाई को राजस्थान पत्रिका ने ‘साहब! सिर के साथ पेट में सींग का वार भी तो बचाओ’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद नगर परिषद ने गोशाला संचालकों के साथ बैठक कर अब इस समस्या का निदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
गौरतलब है कि खुले घूमते मवेशियों की समस्या को लेकर गत 26 जुलाई को राजस्थान पत्रिका ने ‘साहब! सिर के साथ पेट में सींग का वार भी तो बचाओ’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद नगर परिषद ने गोशाला संचालकों के साथ बैठक कर अब इस समस्या का निदान करने का प्रयास किया जा रहा है।