पुलिस के अनुसार आरोपी रमेश ने पूरी वारदात को अंजाम सोची समझी साजिश के तहत दिया। रमेश को पत्नी के अवैध संबंधों की जानकारी लग गई थी। इसके चलते वह मन ही मन कई दिनों से घुट रहा था। पत्नी से वह बात भी नहीं कर रहा था। आरोपी का यह भी मानना था कि वह अगर पत्नी को छोड़ता तो भी वह उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाती। इसके चलते उसे जेल तो जाना ही था। इसलिए उसने पत्नी को मारने के बाद ही जेल जाना उचित समझा। इसलिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया। उसे अब कोई अफसोस भी नहीं है।