बोला ग्रामीण – भगाते नहीं तो आ जाते चपेट में पीडि़त प्रभुलाल पुत्र हुरमा ने बताया कि उसका तो सब बर्बाद हो गया। रात में आग एकदम से फैल गई। लेकिन आग इतनी तेज थी कि जान बचाना मुनासिब समझा। इसके बाद वो और परिवार के अन्य सदस्य घर छोड़ दिया। नींद नहंी खुली होती जो सभी लेाग आग की चपेट में आ जाते। उसने बताया कि घर में रखा अनाज, बिस्तर सहित पूरा सामान जल गया। बुधवार सुबह पटवारी अनिल कुमार मेघवाल मौके पर पहुंचे और जानकारी जुटाई।