इस सीट पर अब तक हुए सोलह चुनाव में कांग्रेस का वर्चस्व रहा है। कांग्रेस के प्रत्याशी बारह बार सांसद चुनकर आए जबकि भाजपा के प्रत्याशी दो बार जीते। इसके अलावा एक बार जनता दल और एक बार बीएलडी का सासंद चुना गया। इस बार इस सीट पर नए परिदृश्य के तौर पर बीटीपी की दावेदारी पर सभी की निगाहें हैं। वह पहली बार लोकसभा चुनाव मैदान में है। उसने विधानसभा चुनाव में अपने धमाकेदार प्रदर्शन से सभी को चौंकाया था। इस लोकसभा सीट पर्र चार दशक बाद रिकार्ड 72.81 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग कर पांच प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में लॉक किया था। मतगणना अलग अलग 9 कक्षों में 92 टेबल्स पर हो रही है।