घटना के वक्त पति समीर शेख घर के आंगन में ब्रश कर रहा था। वह जैसे ही कमरे में गया तो आसमां को फंदे पर लटकी देख उसके होश उड़ गए। उसने पड़ोसियों को बुलवाकर आमसां को फंदे से नीचे उतार कर अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची।
पुलिस ने मदारेश्वर रोड बांसवाड़ा निवासी पीहर पक्ष को सूचना दी। आसमां के पिता, भाई व रिश्तेदारों के दोपहर बाद कुशलगढ़ पहुंचने पर उपखण्ड अधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाया गया।
पीहर पक्ष ने शव को बांसवाड़ा ले जाने तथा वहीं दफनाने की मांग पर पीएम कक्ष के बाहर दोनों पक्षों में कुछ देर के लिए विवाद की स्थिति बन गई। बाद में उपखण्ड अधिकारी मीणा, एसआई साकरचंद पाटीदार ने समझाइश की। इस पर शव को ससुराल ले जाया गया।
जहां अन्जुमन सदर जलालुद्दील शेख, देहात सदर पीर मोहम्मद व पंचों की मौजूदगी में शव को पीहर पक्ष को देने तथा अंतिम संस्कार बांसवाड़ा में करने का निर्णय हुआ। जानकारी अनुसार आसमां का दूसरा विवाह समीर के साथ एक वर्ष पूर्व ही हुआ था।